CM Flying exposed the gang making fake aroma certificates

Faridabad : सीएम फ्लाइंग ने fake documents पर स्पा कर्मचारियों के लिए fake aroma certificates बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, भारत सरकार की लगाई मोहर

फरीदाबाद बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा के जिले फरीदाबाद में मुख्यमंत्री उड़न दस्ता को सूचना प्राप्त हुई कि फरीदाबाद के सेक्टर 37 में स्पा सेंटरों में कार्य करने वाली कर्मचारियों के अरोमा सर्टिफिकेट बनाने बारे भारत सरकार की मोहर आदि छपवाकर पत्र बांटे गए है। जिनमें लिखा है कि 2 माह के अंदर सर्टिफिकेट नही बनावाए तो सेंटर बन्द-सील कर दिए जाएंगे, लेकिन अब तक बनाए गए सर्टिफिकेट पड़ताल पर फर्जी पाए गए हैं। लेकिन डर दिखाकर 3 से 5 हजार रुपये में सर्टिफिकेट बनाये जा रहे हैं।

इस सम्बंध में एक व्यक्ति फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर लाने वाला है और बकाया पैसे लेकर जाएगा, यदि मौका पर काबू किया जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है व एक गिरोह का भंडाफोड़ हो सकता है। इस गुप्त सूचना के आधार पर मनीष सहगल डीएसपी मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद के नेतृत्व में इंस्पेक्टर जगदीश व सब इंस्पेक्टर सतबीर सिंह द्वारा पड़ताल करने पर कर्मचारियों के बनाए गए ट्रेनिंग सर्टिफिकेट की लिखाई, छपाई व हस्ताक्षर, मोहर आदि के बारे पडताल करने पर आरोपों में सत्यता पाई जाने पर कार्यवाही कराने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ सूचना शेयर की व सेक्टर 37 फरीदाबाद में फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर लाने वाले व्यक्तियो को काबू कराया गया। शुभम कुमार नामक व्यक्ति ने पूछताछ पर बतलाया कि वह राजीव कालोनी फरीदाबाद में रहता है और सोशल मीडिया पोर्टल पर बतौर पत्रकार कार्य करता है। इसके अतिरिक्त सेक्टर 37 में अन्य कार्य भी करता है। उन्हें एक वीडियो देखकर आइडिया आया कि स्पा संचालकों के फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर पैसे कमाए जा सकते हैं। जिस पर दिवांशु निवासी बंटी वाली गली सराय ख्वाजा फरीदाबाद ने स्पा संचालको में स्पा बन्द होने का डर बनाने के लिए भारत सरकार के कॉस्टेमटिक विभाग का एक फर्जी पत्र बनाकर सेक्टर 37 फरीदाबाद व आस पास के सभी स्पा सेंटरों के पास भेज दिया था।

जिसके बाद ट्रेनिंग पास सर्टिफिकेट बनवाने के लिए स्पा कर्मचारी उनके सम्पर्क में आने लगे थे। एरोमाथेरेपी के लिए एरोमाहेड इंस्टिट्यूट के नाम से एक सर्टिफिकेट बनाने के 3 से 5 हजार रुपए लिए जाते थे। जबकि यह भारत सरकार की मोहर वाला पत्र व उस पर लगाई गई मोहर आदि पड़ताल पर फर्जी तरीके से नकली बनाए गए। इसके अतिरिक्त जिन कर्मचारियों का ट्रेनिंग सर्टिफिकेट बनाया जा रहा था, वह भी बिना ट्रेनिंग किए व कहीं जाए बिना ही फर्जी तरीके से बनाने पाए गए हैं। इन दस्तावेजों को इंटरनेट के माध्यम से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नकली मोहर, भारत सरकार का लोगों व कॉस्टेमटिक विभाग का नांम उपयोग करके तथा एरोमाथेरेपी के लिए एरोमाहेड इंस्टिट्यूट के नाम से फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर पैसे ऐठने पर आरोपी शुभम व दिवांशु के खिलाफ थाना सराय ख्वाजा में अभियोग दर्ज किया गया है।

Whatsapp Channel Join