फरीदाबाद के नगर निगम में सैलरी क्लर्क के रूप में काम करते अरुण भाटिया को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 5000 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
बता दें कि अरुण भाटिया के खिलाफ शिकायत करने वाले संजीव भाटिया नेहरू ग्राउंड फरीदाबाद में रहते हैं। उन्होंने बताया कि वह अपना जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम में गए थे। वहां उन्होंने सैलरी क्लर्क अरुण भाटिया से बात की, जिसने 25000 रुपए मांगे, लेकिन जब संजीव ने 25000 रुपए देने में असमर्थता जताई, तो अरुण ने 10000 रुपए में उसका काम करवाने का प्रस्ताव दिया। संजीव भाटिया आम आदमी पार्टी के युवा जिला अध्यक्ष हैं। जिसके चलते उन्होंने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की। एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक टीम बनाई और अरुण भाटिया को गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। संजीव ने अरुण के पास पहुंचकर 10000 रुपए की मांग की, लेकिन जब उन्होंने बताया कि उनके पास केवल 5000 रुपए हैं, तो अरुण ने उसे मान लिया, लेकिन जैसे ही रिश्वत पकड़ी गई, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अरुण को गिरफ्तार कर लिया।
टीम अधिकारियों ने बताया कि निगम में काम करने वाले सैलरी क्लर्क अरुण भाटिया को टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें शिकायत करने वाले संजीव भाटिया के नाम पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 9 फरवरी को नगर निगम आए थे। जब उन्होंने अपनी शिकायत दर्ज की, तो अरुण भाटिया ने 25000 रुपए मांगे। जब संजीव केवल 5000 रुपए देने के लिए तैयार थे, तो भी अरुण ने उनसे सहमति प्राप्त की और रिश्वत ले ली।