Faridabad में शुक्रवार देर शाम सीकरी इलाके में जर्जर मकान का छज्जा भरभरा कर गिर(balcony of a dilapidated house) गया। इसके मलबे की चपेट में आकर 3 बच्चों की मौत(3 innocent children died) हो गई। तीनों मृतकों में दो भाई व इनकी एक बहन है। तीनों बच्चों के शव बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखे गए हैं। आज शवों का पोस्टमार्टम होगा। परिवार किराए के मकान(family was living in a rent) में रहता था।
गांव के सरपंच विवेक छौक्करा और पड़ोसी सावित्री देवी ने शुक्रवार की शाम लगभग 6:30 बजे कुछ बच्चे घर के बाहर छज्जे के नीचे खेल रहे थे। तभी अचानक से छज्जा उनके ऊपर गिर गया। बच्चे मलके के नीचे दब गए। उनको किसी तरह बाहर निकाला, लेकिन तीनों की मौत हो चुकी थी। इनकी पहचान 12 वर्षीय आदित्य कुमार, 10 वर्षीय मुस्कान और 8 वर्षीय आकाश के रूप में हुई है। तीनों भाई-बहन हैं।
सरपंच विवेक छौक्करा ने बताया कि यह बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में है। इसमें लगे लोहे के गाटर जंग से गल चुके थे। किराया कम होने के कारण यहां10 परिवार रहते हैं। मृतक बच्चों का परिवार बिहार का रहने वाला है।
माता-पिता नहीं थे घर में
हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फरीदाबाद के सेक्टर 58 थाना के प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि तीनों बच्चे आपस में भाई-बहन हैं। इनका पिता धर्मेंद्र कंपनी में काम करता है, जबकि मां रेहड़ी पर सामान बेचती है। घटना के समय घर पर माता-पिता में से कोई नहीं था। धर्मेंद्र का परिवार जिस मकान में रहता है, वह मकान काफी पुराना है और जर्जर हो चुका था। इसी वजह से छज्जा गिरा है। पुलिस छानबीन कर रही है।
शवों का कुछ देर में होगा पोस्टमार्टम
सीकरी चौकी इंचार्ज ललित ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों का रेस्क्यू कर उन्हें बादशाह खान सिविल अस्पताल भिजवा दिया। तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी। फिलहाल सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। मामले में पीड़ित परिवार से मकान मालिक राकेश के खिलाफ शिकायत लेकर कार्रवाई की जाएगी।