Faridabaad में पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को उसके परिजनों को लौटाने के बदले 30 हजार रुपए की घूस ली। लड़की के पिता का आरोप है कि महिला पुलिसकर्मी ने थाने में उल्टा केस करने की धमकी दी।
पिता के अनुसार, महिला पुलिसकर्मी ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को पीटा था, जिससे वह घर से भाग गई। यदि वह घरेलू हिंसा के मामले से बचना चाहता है, तो उसे 30 हजार रुपये देने होंगे। इस मामले में महिला पुलिसकर्मी के अलावा एक वकील और एक NGO की सदस्य भी शामिल थीं।
पीड़ित पिता ने थाना कोतवाली में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। SHO ने इस पर जांच की बात की है और कहा है कि यदि आरोप सही पाए गए, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फरीदाबाद के संजय कॉलोनी इलाके में एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दी कि उसकी 14 साल की बेटी 2 दिन पहले अचानक लापता हो गई थी। उसने बेटी की बहुत तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद उसने संजय कॉलोनी पुलिस चौकी में बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई।
पिता का कहना है कि मंगलवार को थाना कोतवाली से एक महिला पुलिसकर्मी का फोन आया और बताया कि उसकी बेटी थाना कोतवाली में है, वह उसे जाकर ले सकता है। जब पिता अपनी बेटी को लेने थाने पहुंचे, तो वहां एक महिला पुलिसकर्मी और एक वकील मौजूद थे।
पिता को डराकर 30 हजार रुपये की घूस मांगी
पीड़ित ने आरोप लगाया कि थाने में उसे डराया धमकाया गया। महिला पुलिसकर्मी ने कहा कि उसने अपनी बेटी के साथ मारपीट की है, और उसकी बेटी का बयान दर्ज किया गया है। इस बयान के आधार पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा और उसे जेल भी भेजा जा सकता है। इसके बाद, महिला पुलिसकर्मी ने 30 हजार रुपये की घूस की मांग की, ताकि मामला रफा-दफा हो सके।
इस घटना के बाद पीड़ित पिता ने थाना कोतवाली में शिकायत दी, और SHO ने मामले की जांच करने का आश्वासन दिया है। अगर आरोप सही पाए गए, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
थाने में NGO की महिला सदस्य ने 30 हजार की घूस मांगी, पिता ने दी शिकायत
फरीदाबाद में एक 14 साल की लड़की की गुमशुदगी के मामले में महिला पुलिसकर्मी और NGO की सदस्य पर आरोप है कि उन्होंने लड़की को लौटाने के बदले में 30 हजार रुपये की घूस मांगी। लड़की के पिता का कहना है कि जब वे बेटी को लेने थाने पहुंचे, तो NGO की एक महिला सदस्य उन्हें थाने के अलग कमरे में ले गई।
घूस की मांग और रुपये ट्रांसफर करवाने का आरोप
लड़की के पिता ने बताया कि उस कमरे में महिला ने उनसे पूछा कि वे कितना कमाते हैं। जब उन्होंने बताया कि वह करीब 40 हजार रुपये कमाते हैं, तो महिला ने कहा कि इस मामले को रफा-दफा करने के लिए उन्हें पैसे देने होंगे। महिला ने कहा, “हम 3-4 लोग हैं, 30 हजार रुपये लगेंगे।” जब पीड़ित ने 20 हजार रुपये देने की बात की, तो महिला ने इंकार कर दिया और स्कैनर के माध्यम से 30 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
SHO ने की जांच की घोषणा
फरीदाबाद के थाना कोतवाली के SHO महावीर ने इस मामले पर कहा कि इसकी जांच की जाएगी। यदि यह साबित हुआ कि किसी पुलिसकर्मी या अन्य व्यक्ति ने लड़की को लौटाने के बदले में रुपये लिए हैं, तो उन पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।