फरीदाबाद में सोशल मीडिया पर पुलिस की गुंडागर्दी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसकर्मी एक युवक को जबरन पकड़कर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उसके परिजन पुलिस का विरोध कर रहे हैं।
इतना ही नहीं उनका आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उन पर न केवल उन्हें मारा-पीटा, बल्कि उन पर रिवाल्वर भी तान ली। इस मामले में पीड़ित शाकिर और उसकी पत्नी हीना सहित उसके परिजनों ने पुलिस पर कई और गंभीर आरोप लगाए। शाकिर ने बताया कि वह अपने घर में खाना खा रहा था कि तभी कुछ पुलिसकर्मी आए और उसके साथ मारपीट करने लगे और कहा कि वह गांजे का काम करता है, लेकिन उसने मना किया कि वह गांजा बेचने का काम नहीं करता, हां गांजा जरूर पीता है।
विरोध करने पर मां व पत्नी के साथ की मारपीट
शाकिर ने ये बात कबूल करते हुए बताया कि उसके पास पीने के लिए कुछ गांजा जरूर था, बस इसी बात को लेकर वह उसे जबरन अपने साथ ले जाने लगे। शाकिर के मुताबिक उसके पुलिस को बताया कि उसने कभी गांजा नहीं बेचा, लेकिन फिर भी वह उसे जबरदस्ती अपने साथ खींच कर ले जाएं लगे। जब इस बात का उसकी मां और उसकी पत्नी हीना ने विरोध किया तो उन पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी मारपीट की।
इसी दौरान पड़ोस के रहने वाले किसी ने अपने मोबाइल में सारी वीडियो रिकॉर्ड कर ली, लेकिन पुलिस अपनी इस गुंडागर्दी को छुपाने के लिए मीडिया के सामने दूसरा तर्क रख रही है। हिसाब पता चलता है कि पुलिस अपनी गुंडागर्दी को छिपाने का प्रयास कर रही है।

रिवॉल्वर का निकल गया था सेफ्टी कवर
बता दें कि वीडियो में दिखाई दे रहे पुलिसकर्मी सैनिक कॉलोनी चौकी के इंचार्ज मनोज व उनके साथ आए पुलिसकर्मी है। जब इस वायरल वीडियो की पड़ताल करते हुए हमारी टीम उस पुलिस अधिकारी तक पहुंची, जो इस वीडियो में नजर आ रहा है, तब इस वायरल वीडियो के बारे में बात करते हुए चौकी इंचार्ज मनोज ने बताया कि वह एक नशा तस्कर अहमद को पकड़ने के लिए गए थे, लेकिन वह उन्हें वहां नहीं मिला और उसके पड़ोस में ही दो भाई साबिर और शाकिर आपस में झगड़ रहे थे, जिनका उन्होंने बीच-बचाव कराया तो उनके परिवार के लोग वहां इकट्ठा हो गए और उनका विरोध करने लगे।
वहीं रिवॉल्वर दिखाने के सवाल का जवाब देते हुए चौकी इंचार्ज मनोज ने माना कि उन्होंने रिवॉल्वर जरूर निकाली थी, उनकी रिवॉल्वर का सेफ्टी कवर निकल गया था, जिसे ठीक करने के बाद उन्होंने रिवॉल्वर वापस रख ली थी।
पुलिस कर्मियों पर क्या कार्रवाई करते है आला अधिकारी
अब इस पुलिस की गुंडागर्दी के वायरल हो रहे वीडियो में सवाल यह उठता है कि जब पुलिसकर्मी किसी अपराधी को पकड़ने के लिए किसी के घर में गई थी, तो वह महिला पुलिस को साथ क्यों लेकर नहीं गई, क्योंकि घर में महिलाए भी रहती है। दूसरा सवाल जब वह नशा तस्कर अहमद को पकड़ने के लिए गए थे, जो उन्हें नहीं मिला और उसी के पड़ोस में दो भाई झगड़ रहे थे, जिनका उन्होंने बीच बचाव किया तो दोनो के परिजन एकत्रित हो गए और उनका विरोध करने लगे।
लेकिन इस वायरल वीडियो में नहीं बेचता केवल पीता है और उसके पास गांजा था, तो पुलिस उसे गांजा रखने, बेचने और खरीदने के आरोप में पकड़ सकती थी, लेकिन पुलिस दो भाइयों में झगड़े का बीच बचाव करने की मनघड़ंत बात क्यों कह रही है। इससे साफ पता चलता है कि वीडियो के वायरल होने के बाद सैनिक कॉलोनी चौकी इंचार्ज मनोज अपनी गुंडागर्दी को छुपाने के लिए मनघड़ंत घड़ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस के आला अधिकारी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या कार्रवाही अमल में लाते है।