फरीदाबाद के धौज गांव के पास पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। मृतक का नाम बिल्लू उर्फ बलविंद्र बताया जा रहा है। घटना बीती रात की है, वहीं रविवार को परिजनों ने बिल्लू के शव को लेने से इंकार कर दिया है, जिनका कहना है कि पहले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, उसके बाद हम शव को लेंगे, नहीं तो बिना पोस्टमार्टम के शव को सड़क पर रख दीजिए।
बता दें कि रविवार को नागरिक अस्पताल पहुंचे परिजनों ने कहा कि हमारा व्यक्ति अपने आप एवं किसी गलती के कारण नहीं मर गया है, उसे मारा गया है। हमें किसी प्रकार का कोई चैकअप नहीं करवाना है, इसलिए उसकी बॉडी को गेटों के बाहर रख दिया जाए। उन्होंने कहा कि उसकी कोई गलती न होने के बावजूद भी उसकी छाती में गोली लगने के कारण मौत हुई है।
ऐसा कोई भी मामला दर्ज नहीं, फिर भी फायरिंग
जानकारी अनुसार हन्नी ने बताया कि हम मोहन बाबा के दर्शन करने के बाद वापिस लौट रहे थे कि पहले हमारी स्कॉरपियो गाडी को रूकवाया गया और उसमें कुछ नहीं मिलने के बाद हमारी पीछे आ रही गाडी को रूकवाया गया। जिसमें परविंद्र बल्लू, अनुप एवं रविंद्र लाला थे। जिन पर कोई भी ऐसा मामला दर्ज नहीं है कि उन पर फायरिंग की जरूरत पड़े, क्योंकि वो कोई खूनी नहीं है।
मंदिर में क्या असला लेकर जाएंगे
वहीं परिजनों ने कहा कि परविंद्र पर 4 चेन स्नेचिंग के मामले पहले दर्ज किए गए है, जिनमें कोई भी ऐसा मामला दर्ज नहीं है, जिसमें पुलिस को फायरिंग की जरूरत पड़े। लेकिन उसके बावजूद भी फायरिंग करते हुए परविंद्र की छाती में गोली मारी गई। मंदिर में असला लेकर कौन पहुंचता है। रात को 12 से 1 के बीच पुलिस की टीम ने घटना को अंजाम दिया है।