Khanauri border किसानों की मांगों को लेकर पिछले 17 दिनों से खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री को पहली और आखिरी चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी पर खून से अंगूठे का निशान लगाया है। पत्र में लिखा है कि “ ये मेरा आपके नाम पहला और आखिरी पत्र है, अब तय आपको करना है कि आप MSP गारंटी कानून बनाएंगे या फिर देश का पेट भरने वाले मेरे जैसे एक साधारण किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल की बलि लेंगे”।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने डल्लेवाल द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र जारी किया, जिस पर डल्लेवाल ने खून से हस्ताक्षर किए हैं। पत्र में लिखा है कि “ MSP गारंटी सहित 13 मांगों को पूरा करने के लिए 13 फरवरी से आंदोलन चल रहा है। मैंने 26 नवंबर से आमरण अनशन शुरू किया है। अनशन को आज 17वां दिन है, मुझे उम्मीद है। जिन मांगों पर हमारा आंदोलन चल रहा है, ये सिर्फ हमारी मांगे नहीं बल्कि सरकारों द्वारा समय-समय पर किए गए वादे हैं”। डल्लेवाल ने इस बात पर निराशा जताई कि केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार ‘सी2 प्लस 50′ प्रतिशत का फार्मूला अब तक लागू नहीं किया गया है।
पत्र में लिखा है कि “ हर किसान के लिए MSP सुनिश्चित करना जीने के मौलिक अधिकार के समान है। MSP कानून न बनाकर केंद्र सरकार करोड़ों किसानों को गरीबी, कर्ज और मौत की ओर धकेल रही है”। आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल ने पत्र में लिखा है कि अगर उनकी मृत्यु होती है तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।