हरियाणा में चुनाव नजदीक आते ही किसान नेता फिर से एक्टिव हो गए हैं। 23 नवंबर को पिपली में गुरनाम सिंह चढ़नी की अगुवाई में एक बड़ी रैली होगी। 26 से 28 नवंबर के बीच टिकैत ग्रुप पंचकूला में एक महापड़ाव का ऐलान कर चुका है। किसान नेता रतनमान ने किसानों को आंदोलन में शामिल होने का न्योता दिया।
26 से 28 नवंबर के बीच पंचकूला में राकेश टिकैत ग्रुप पंचकूला में एक बड़े आंदोलन की आहट देने वाला है। जिसको लेकर राकेश टिकैत ग्रुप के हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान जगाधरी पहुंचे। उन्होंने अंबाला मंडल की बैठक ली। रतनमान ने पत्रकारों से बातचीत में गुरनाम सिंह चदूनी पर जमकर भड़ास निकाली।
पिपली में बुलाई गई रैली पूरी तरह से है राजनीतिक
रतनमान ने कहा कि उनकी विचारधारा राजनीतिक है और उन्हें संयुक्त किसान मोर्चा से पहले ही बेदखल कर दिया गया है। आपको भी पता है कि गुरनाम सिंह चुनाव लड़ चुके हैं। पिपली में 23 नवंबर को जो रैली बुलाई गई है वह पूरी तरह से राजनीतिक है। क्योंकि इस रैली में जयंत चौधरी, सत्यपाल मलिक समेत कई नेता शिरकत करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें रैली का न्योता नहीं मिला है अगर रैली का न्योता मिलता है तो हम उसे पर विचार करेंगे।
गुरनाम सिंह किसानों की पीठ पर चढ़कर राजनीति करते है – रतनमान
रतनमान ने गुरनाम सिंह को लेकर आगे कहा कि वह किसानों की पीठ पर चढ़कर राजनीति करते हैं। हमने ही उसे 1993 में प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। लेकिन जैसे ही उन्होंने राजनीति की तरफ मुख तो हमने उसे दरकिनार करना शुरू कर दिया। रतनमान ने सतलुज यमुना लिंग को लेकर भी आम आदमी पार्टी पर कई तरह के सवाल उठाए। इसके अलावा रतनमान ने केंद्र और मनोहर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों से जो वादे किए थे उसे पर खड़ी नहीं उतरी।