हरियाणा के भिवानी में खेतों में लगाए जा रहे बिजली के टावरों के विरोध में शुक्रवार को गांव निमड़ीवाली महापंचायत का आयोजन किया गया। प्रशासनिक अधिकारियों को भी पंचायत में बुलाया गया था, लेकिन कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। पंचायत में 12 दिसंबर को डीसी कार्यालय पर प्रदेश स्तरीय पंचायत बुलाने का फैसला लिया गया।
भिवानी में बिजली कंपनी द्वारा गांव निमड़ीवाली, कितलाना, अजीतपुर, रूपगढ़ व धिराणा के खेतों में बिजली के टावर लगाए जा रहे हैं। ग्रामीण इनके विरोध में उतरे हुए हैं। शुक्रवार को इसको लेकर पंचायत बुलाई गई थी। महापंचायत की अध्यक्षता सांगवान खाप के कन्नी के प्रधान एवं पूर्व सरपंच ताराचंद सांगवान ने की और संचालन किसान नेता राकेश आर्य ने किया।
किसानों की बिना सहमति के गड्ढों को भरने का लिया फैसला
इस महापंचायत में सैंकड़ों महिलाओं, विभिन्न किसान संगठन, सामाजिक संगठन, खाप संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया। किसान नेता राकेश आर्य ने बताया कि महापंचायत में 3 निर्णय लिए गए। इसके तहत किसानों की बगैर सहमति व मुआवजा दिए बिजली टावर लगाने के लिए खोदे गए गड्ढों को भरने का फैसला लिया गया।
12 दिसंबर को प्रदेश महापंचायत करने का लिया फैसला
उन्होंने बताया कि महापंचायत के निर्णय अनुसार गांव निमड़ीवाली में फिलहाल धरना स्थगित कर दिया है। लेकिन अगर प्रशासन फिर से टावर लगाने का कार्य करेगा तो फिर से ग्रामीण एकजुट होकर संघर्ष करने से गुरेज नहीं करेंगे। आर्य ने बताया कि महापंचायत के दौरान आगामी 12 दिसंबर को डीसी कार्यालय पर प्रदेश स्तरीय महांपचायत करने का भी फैसला लिया गया।
किसानों को बर्बाद करने की मंशा से कर रही कार्य- टिकैत
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि भाजपा सरकार व प्रशासन किसानों को बर्बाद करने की मंशा से कार्य कर रही है। यही नहीं जब किसान अपनी व्यथा सुनाने के लिए प्रशासन के समक्ष गुहार लगाता है तो प्रशासन किसानों की व्यथा सुनने तक को तैयार नही है। इसके चलते अन्नदाताओं में रोष है और अब वे सरकार व प्रशासन के खिलाफ बड़े संघर्ष की रूपरेखा बनाने में जुट गए हैं।