हरियाणा के जिला सोनीपत में भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर चढूनी ग्रुप ट्रैक्टर मार्च में किसानों को शामिल करने में राजी नहीं कर पाया। सोनीपत के लघु सचिवालय ट्रैक्टर मार्च में केवल 2 ट्रैक्टर ही पहुंचे। वहीं गोहाना में किसानों ने काफी संख्या में ट्रैक्टर मार्च में भाग लिया, लेकिन सोनीपत में गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान का किसानों पर ट्रैक्टर यात्रा में शामिल होने का कोई असर दिखाई नहीं दिया। बता दें कि एक दिन पूर्व किसान नेता गुरनाम सिंह ने प्रदेश के सभी किसानों से ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने का आह्वान किया था।
गौरतलब है कि हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर लगातार किसानों और प्रशासन के बीच गतिरोध बना हुआ है। वहीं शुरुआती तौर पर जहां गुरनाम सिंह चढूनी एसकेएम अराजनीतिक आंदोलन से खुद को अलग रख रहे थे। उन्होंने एसकेएम अराजनीतिक के आंदोलन को चंद नेताओं का आंदोलन बताया था। गुरनाम सिंह का आरोप था कि यह आंदोलन अपनी राजनीति का वर्चस्व कायम करने के लिए किया जा रहा है। अब गुरनाम सिंह एसकेएम अराजनीतिक के आंदोलन में कूद चुके हैं। शुक्रवार को उन्होंने अलग-अलग जगहों पर टोल को फ्री करवाया था।
![Sonipat : गोहाना-गन्नौर को छोड़कर Tractor March बना शोपीस, BKU के आह्वान पर मार्च में शामिल नहीं हुए किसान, खरखौदा में नजर आए सिर्फ 2-3 ट्रैक्टर 2 मार्च 12](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2024/02/मार्च-12-1024x518.jpeg)
शनिवार को उनकी कॉल के अनुसार दूसरे दिन सोनीपत सहित अलग-अलग विधानसभा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। इस दौरान गोहाना और गन्नौर में चढूनी ग्रुप ठीक-ठाक किसानों को ट्रैक्टर मार्च में शामिल करवा पाया। वहीं खरखौदा में केवल 2-3 ट्रैक्टर ही मार्च में नजर आए। राजनीति से प्रेरित किसान आंदोलन में शामिल गुरनाम सिंह की ट्रैक्टर यात्रा की अपील सोनीपत में फीकी नजर आई। हालांकि सोनीपत में किसानों ने ट्रैक्टर यात्रा में शामिल न होने को लेकर सफाई पेश की।
![Sonipat : गोहाना-गन्नौर को छोड़कर Tractor March बना शोपीस, BKU के आह्वान पर मार्च में शामिल नहीं हुए किसान, खरखौदा में नजर आए सिर्फ 2-3 ट्रैक्टर 3 मार्च 15](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2024/02/मार्च-15-1024x517.jpeg)
किसानों का कहना है कि शहर में भीड़ न हो, इसीलिए ज्यादा किसानों को ट्रैक्टर यात्रा में शामिल नहीं किया। गोहाना में ट्रैक्टर यात्रा में संख्या ज्यादा होने का जिक्र किया गया तो उन्होंने कहा कि सोनीपत में शहरी क्षेत्र है, इसीलिए भी किसान नहीं आए। उनका कहना है कि गुरनाम सिंह चढूनी ग्रुप की राजनीति को लोग अब धीरे-धीरे समझ रहे हैं। जिस प्रकार राजनीति हो रही है, इसका असर सोनीपत में बखूबी देखा गया है। इस दौरान किसान नेता रविंद्र और ब्लॉक प्रधान सतबीर सिंह मौजूद रहे।
![Sonipat : गोहाना-गन्नौर को छोड़कर Tractor March बना शोपीस, BKU के आह्वान पर मार्च में शामिल नहीं हुए किसान, खरखौदा में नजर आए सिर्फ 2-3 ट्रैक्टर 4 मार्च 13](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2024/02/मार्च-13-1024x537.jpeg)