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Haryana में किसान फिर से ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर राजभवन की ओर करेंगे कूच, 3 दिन तक प्रदेश के हजारों किसान Panchkula में डालेंगे पड़ाव

पंचकुला बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा में फिर से किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार होकर राजभवन की ओर कूच करेंगे। यह केवल हरियाणा में ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेशों में भी किसानों द्वारा राजधानियों में पड़ाव डालने का कार्यक्रम है। इसको प्रभावी बनाने के लिए 14 किसान संगठनों, 5 ट्रेड यूनियनों, और 2 कर्मचारी संगठनों ने ताकत जुटाई है। पंचकूला में 3 दिनों तक प्रदेश के हजारों किसान पड़ाव डालेंगे। साथ ही यहां से बड़े आंदोलन की घोषणा भी हो सकती है।

इससे पहले तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ दिल्ली की ओर कूच किया था। जिसमें एक साल से भी अधिक आंदोलन चला था। अब फिर से किसान उसी तरीके से ट्रैक्टर ट्रालियों में सामान लेकर राजभवन की ओर कूच करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। किसानों ने पहले ही तय कर लिया है कि जरूरत पड़ने पर वे तीन दिन के पड़ाव को बढ़ा सकते हैं।

पड़ाव को लेकर कई दिनों से तैयारियों में जुटे

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राजभवन में होने वाले पड़ाव को लेकर संगठन पिछले कई दिनों से तैयारियों में जुटे हैं। इसके लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। वहीं गांवों में जाकर मीटिंग की जा रही हैं और किसानों को तीन दिवसीय पड़ाव में पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है। साथ ही पर्चे बांटकर जागरूकता भी की जा रही है।

सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ने की संभावना

तीन दिवसीय पड़ाव को लेकर किसानों के रवाना होने से सड़कों पर भी ट्रैफिक बढ़ने की संभावना है। क्योंकि प्रदेश के विभिन्न जिलों से ट्रैक्टर-ट्राली और अन्य वाहनों में सवार होकर हजारों किसान पंचकूला पहुंचेंगे। पंचकूला से दूर के जिलों से किसान शनिवार को रवाना होंगे। लेकिन नजदीक के किसान रविवार को सुबह चलेंगे।

किसान आंदोलन के लंबित मुद्दों को हल करने के लिए डालेंगे पड़ाव

किसानों द्वारा राजभवन पर पड़ाव किसान आंदोलन के लंबित मुद्दों को हल करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आवाह्न पर किया जा रहा है। किसानों की मांग है कि बाढ़ और सूखे से बर्बाद धान की फसल का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं दिया गया है। इसी तरह ओलावृष्टि से बढ़ी हुई गेहूं की फसल को भी मुआवजे के रूप में वितरित नहीं किया जा रहा है। फसल की बर्बादी की स्थिति में किसान हर साल कर्ज के जंजाल में फंसता जा रहा है। किसानों का लंबित बीमा क्लेम भी बकाया है, जिसे कंपनियां देने में मनमानी कर रही हैं। किसान सभा ने जल्द फसल की हानि का मुआवजा और बीमा क्लेम जारी करने की मांग की है।

8-10 हजार किसान पहुंचेंगे किसान सभा

राज्य महासचिव सुमित दलाल ने बताया कि हरियाणा से पंचकूला करीब 8-10 हजार किसान पहुंचेंगे। जो 26 से 28 नवंबर तक 72 घंटे का पड़ाव डालेंगे। अगर सरकार द्वारा किसानों की मांगों का समाधान करने के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो आंदोलन लंबा भी हो सकता है।