Farmers in Hisar begin preparations to start a protest at the toll of the National Highway, warning to the government on pending demands

Hisar : किसानों ने National Highway के टोल पर धरना शुरु करने की तैयारी की शुरु, पैंडिग मांगों पर सरकार को चेतावनी

बड़ी ख़बर हरियाणा हिसार

हिसार के किसानों ने एक बार फिर नेशनल हाईवे के टोल पर धरना शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार शाम को किसान रेस्ट हाउस में हुई अलग-अलग संगठनों की मीटिंग में इसकी जानकारी दी गई। संयुक्त किसान मोर्चा के नंबरदार शमशेर सिंह और रणबीर मलिक की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में कहा गया कि अगर सरकार ने बिजली बिल एक्ट में संशोधन करने और स्मार्ट मीटर लगाने की कोशिश की तो उन्हें एक बार फिर टोल पर डेरा जमाना पड़ेगा। इस मीटिंग में मजदूर यूनियन, ट्रेड यूनियन और कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

इस मीटिंग में किसान आंदोलन से संबंधित पेंडिंग मुद्दों के समाधान और कार्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने वाली नीतियों के खिलाफ 26 से 28 नवंबर तक चंडीगढ़ में गवर्नर हाउस के बाद पड़ाव डालने का फैसला भी लिया गया। इस पड़ाव को किसान- मजदूर पड़ाव नाम दिया जाएगा। इसके लिए 26 नवंबर को प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर चंडीगढ़ के लिए कूच करेंगे।

तैयारियों के लिए 16-17 को 4 मीटिंग्स

Whatsapp Channel Join

26 नवंबर के चंडीगढ़ कूच की तैयारियों के लिए 16 और 17 नवंबर को 4 अलग-अलग जगह टोल कमेटियों की मीटिंग्स होगी। इनमें से पहली मीटिंग 16 नवंबर की सुबह 11 बजे बाडोपट्‌टी टोल कमेटी की होगी। 16 नवंबर को ही दोपहर 2 बजे मय्यड़ टोल कमेटी की मीटिंग मय्यड़ टोल पर होगी।

इसके बाद 17 नवंबर की सुबह 11 बजे चौधरीवास टोल कमेटी की मीटिंग चौधरीवास टोल पर होगी। 17 नवंबर की दोपहर 2 बजे लांधड़ी टोल कमेटी की मीटिंग लांधड़ी टोल टैक्स पर होगी।

इलेक्ट्रिसिटी एक्ट में संशोधन का विरोध

संयुक्त किसान मोर्चा के नंबरदार शमशेर सिंह और रणबीर मलिक ने कहा कि उनकी कई मांगें लंबे समय से पेंडिंग हैं। इनमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल खरीद की कानूनी गारंटी, इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 2003 में संशोधन, स्मार्ट मीटर बंद करना, खराब फसलों का मुआवजा तुरत जारी करना और बीमा क्लेम तुरंत रिलीज करना शामिल है।

इसके अलावा लेबर कानून को मजबूत बनाने, नए लेबर कोड को रद्द करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना और न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए करने की डिमांड भी है।​​​​​​​

ये संभालेंगे आंदोलन की कमान

संयुक्त किसान मोर्चा की इस मीटिंग में आंदोलन की अगुवाई करने वाले नेताओं के नाम भी तय किए गए। इनमें दिलबाग सिंह हुड्‌डा, सूबे सिंह बूरा, कामरेड सुरेश दुर्जनपुर, सोमबीर पिलानियां, सतबीर पूनिया, डॉक्टर करतार सिवाच, सरदानंद राजली, ईश्वर सिंह, रोहतास राजली, राजेश बागड़ी, रामबीर ढांडा, बलराज मलिक, राजीव मलिक, वीरेंद्र, विजय जागलान, जसबीर सूरा, सतबीर रोहिल, सतबीर, अमर सिंह श्योराण, मोहनलाल, उमेद छान, चंद्रसिंह, गोलू डाटा, सरदार कृष्ण पाली, व राकेश कुमार शामिल हैं।