किसानों ने दिल्ली की तर्ज पर राजगढ़ हाईवे किया जाम

बड़ी ख़बर हरियाणा हिसार

2022 की बकाया मुआवजा राशि को लेकर हिसार में किसान संगठन पगड़ी संभाल जट्टा के नेतृत्व में किसानों द्वारा दिल्ली की तर्ज पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। जिसमें किसानों द्वारा राजगढ़ हाईवे को जाम कर दिया गया है। जिसके कारण दूर-दूर तक वाहनों का जाम लग गया है।

किसानों द्वारा बताया जा रहा है कि उनके द्वारा बकाया मुआवजा राशि को लेकर लघु सचिवालय का घेराव किया जाना था, जिसको लेकर वो लघु सचिवालय की ओर जा रहे थे, परंतु पुलिस द्वारा उन्हें बीच में रोक दिया गया। जिसके चलते उन्हें ये कदम उठाना पड़ा।

बता दें कि वर्ष 2022 की मुआवजा राशि का करीब 700-800 क्लेम था, जिसमें से 333 करोड़ की राशि को प्रशासन की ओर से वितरित कर दिया गया था, परंतु बाकी की 320 करोड़ की बकाया राशि पर सरकार एवं प्रशासन की ओर से कोई ठोस जवाबदेही नहीं की जा रही है।

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जिसको लेकर 10-15 दिन पहले ही किसानों की ओर से ऐलान कर दिया गया था और उससे पहले प्रशासन के साथ किसानों की 7-8 बार बैठक भी हो चुकी है, परंतु बैठकों का कोई भी परिणाम देखने को नहीं मिला। वहीं बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों को रोकने के बाद कुछ नहीं किया जा रहा है और न ही कोई बातचीत की जा रही है। जहां किसानों द्वारा रोड को जाम किया गया है, उससे कुछ दूरी पर पुलिस भी मौजूद है।

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2 दर्जन से अधिक गांवों के पहुंचे किसान

वहीं लघु सचिवालय का घेराव करने के लिए वीरवार को हिसार में करीब 2 दर्जन से अधिक गांव के किसान एकत्रित हुए थे, जिन्हें बीच में रोक देने की वजह से किसानों ने राजगढ़ हाईवे पर ही अपना डेरा डाल लिया। हाईवे के जाम हो जाने से सभी वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यदि जाम खुल भी जाता है, तो भी वाहनों को अपने स्थान पर पहुंचने के लिए कईं घंटों तक तकलीफों को सहना पड़ेगा, वहीं अभी तक जाम के खुलने का कोई भी रास्ता वाहन चालकों को नजर नहीं आ रहा है।

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प्रशासन ने कई जगहों से बुलाई पुलिस

वहीं प्रशासन द्वारा हाईवे के जाम होने की स्थिति एवं किसानों की संख्या को देखते हुए कई जगहों से पुलिस बुलाई है। हालांकि अभी पुलिस द्वारा किसानों से कोई बातचीत नहीं की जा रही है और न ही पुलिस वापिस जा रही है, हाईवे पर जिस जगह किसानों द्वारा अपने ्ट्रैक्टर खड़े किए गए है, उससे कुछ ही दूरी पर पुलिस भी मौजूद है।

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कई संगठनों का मिला समर्थन

किसानों द्वारा हाईवे को जाम किए जाने पर किसानों को कई संगठनों का समर्थन मिल गया है और साथ ही भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी मौके पर पहुंच गए है, जिन्होंने किसानों को अपना समर्थन दिया है। वहीं किसानों ने बताया कि भाकियू अध्यक्ष का समर्थन हमें पहले ही मिल गया था, क्योंकि सरकार एवं प्रशासन द्वारा मुआवजा राशि न देने पर हमारे द्वारा उन्हें अवगत कराया गया था, जिस पर लघु सचिवालय का घेराव करने का फैसला लिया गया था।

किसानों ने एम्बुलेंस को निकलवाया बाहर

वहीं किसानों के हाईवे जाम करने के दौरान एक एम्बुलेंस मरीज सहित जाम में फंस गई थी। जिसकी जानकारी मिलने पर किसानों ने स्वयं जाम के बीच जाते हुए एम्बुलेंस को बाहर निकलवाया और उसे चलता किया। साथ ही संगठनों द्वारा किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था को भी शुरू कर दिया गया है, ताकि हाईवे पर मौजूद किसानों को भोजन के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।

71 दिन से चल रहा था धरना

किसानों ने बताया कि बकाया मुआवजा राशि को लेकर पिछले 71 दिनों से धरने पर बैठे हुए थे, लेकिन सरकार एवं प्रशासन की ओर से कोई सुध नहीं ली गई। प्रशासन ने बैठक तो की, लेकिन उन बैठकों में भी कोई निष्कर्ष निकल कर सामने नहीं आया। जिसके कारण हमें आज ये कदम उठाना पडा है।