● किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल हिरासत में।
● एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत मांगों पर सरकार से बातचीत बेनतीजा, अगली बैठक 4 मई को होगी।
पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद आज हरियाणा पुलिस भी दोनों बॉर्डर पर पहुंचेगी, जिसके बाद सीमेंट की बैरिकेडिंग हटाई जाएगी। इसके बाद शंभू बॉर्डर से जीटी रोड वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
इससे पहले किसानों की केंद्र सरकार के साथ चंडीगढ़ में 7वीं वार्ता बेनतीजा रही। इस मीटिंग से बाहर आए किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। जगजीत सिंह डल्लेवाल को रात को जालंधर के PIMS अस्पताल लाया गया। गुरुवार सुबह पुलिस उन्हें लेकर निकल गई।
Farmers Protest Punjab: पंजाब पुलिस ने बुधवार को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पिछले 13 महीनों से धरना दे रहे किसानों को हटा दिया। किसानों के टेंटों को बुलडोजर से गिरा दिया गया और आंदोलन स्थल पर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई। इससे पहले, केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल और किसान नेताओं के बीच हुई सातवें दौर की बातचीत बेनतीजा रही थी।
पंजाब पुलिस ने 13 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर को खाली करा दिया है। यहां आंदोलन कर रहे किसानों को हटा दिया गया। इस दौरान 200 किसानों को हिरासत में लिया गया। जिसके बाद बुलडोजर से किसानों के बनाए शेड तोड़ दिए गए। हिरासत में लिए गए सभी किसान भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद आज हरियाणा पुलिस भी दोनों बॉर्डर पर पहुंचेगी, जिसके बाद सीमेंट की बैरिकेडिंग हटाई जाएगी। इसके बाद शंभू बॉर्डर से जीटी रोड वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
इससे पहले किसानों की केंद्र सरकार के साथ चंडीगढ़ में 7वीं वार्ता बेनतीजा रही। इस मीटिंग से बाहर आए किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। जगजीत सिंह डल्लेवाल को रात को जालंधर के PIMS अस्पताल लाया गया। गुरुवार सुबह पुलिस उन्हें लेकर निकल गई।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल को मोहाली में हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने किसान मजदूर मोर्चा के कार्यालय और उनके बनाए गए अस्थायी ढांचों को तोड़ दिया। डीआईजी हरमिंदर सिंह गिल ने बताया कि अब तक 40-50 किसानों ने सरेंडर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जो गिरफ्तारी चाहते हैं, उन्हें हिरासत में लिया जाएगा और जो छोड़ने की मांग करेंगे, उन्हें छोड़ दिया जाएगा।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि किसान अंतिम सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने पंजाब और हरियाणा के किसानों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में शंभू बॉर्डर पहुंचें।
इससे पहले, केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच हुई बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वार्ता जारी रहेगी और अगली बैठक 4 मई को होगी।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने धरना समाप्त कराने को सही ठहराते हुए कहा कि लंबे समय तक राजमार्ग बंद रहने से उद्योग और व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहे थे। वहीं, भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी की निंदा की और पंजाब सरकार पर केंद्र और किसानों के बीच वार्ता को विफल करने का आरोप लगाया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी को किसानों का अपमान बताया। एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि यह दुखद है कि देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाले किसान सरकार की नीतियों के कारण संघर्ष कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसान 13 फरवरी 2023 से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है।