पंजाब के किसानों का प्रस्तावित दिल्ली कूच के समर्थन में अब हरियाणा के किसान भी आ गए हैं। रोहतक जींद रोड पर टीटोली गांव के पास किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। अब हरियाणा में भी अलग-अलग जगह दिल्ली कूच के समर्थन में किसान धरना दे रहे हैं। यही नहीं किसान संगठनों ने तो यह तक कह दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो हरियाणा की तरफ से भी बैरीगेट को तोड़ दिया जाएगा और पंजाब के किसानों के साथ दिल्ली जाएंगे।
किसानों ने कहा कि सरकार से अब आर-पार की लड़ाई है। वहीं पुलिस ने भी रोहतक जींद राष्ट्रीय राजमार्ग जो सीधे पंजाब से दिल्ली को जोड़ता है उसे पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है और पांच तरह की सुरक्षा लेयर बनाकर किसानों को रोकने का प्रबंध किया है।

रोहतक जींद राष्ट्रीय राजमार्ग 352 को रोहतक पुलिस द्वारा पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग को दोनों तरफ से ब्लॉक कर रूट को 5 किलोमीटर पहले ही डायवर्ट कर दिया है जिससे किसान जींद रोहतक के रास्ते दिल्ली न पहुंच सके। क्योंकि रोहतक जींद के रास्ते ही पंजाब से सीधा जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 352 पर पांच तरह की सुरक्षा लेयर पुलिस द्वारा की गई है। नुकीली कील, सीमेंट के ब्लॉक,कंक्रीट से दीवार, कंटेनर में मिट्टी भर और बज्र वाहन, आंसू गैस के गोले किसानों से निपटने के लिए रिहर्सल हर रोज पुलिस द्वारा रोहतक जींद रोड पर की जा रही है। लेकिन उसी के खिलाफ अब हरियाणा के किसान भी आंदोलन की राह पर है।

भारतीय किसान यूनियन की महिला जिला प्रधान मोनिका सिंह ने बताया कि वह पंजाब के किसानों का इंतजार कर रहे हैं थोड़े बहुत मतभेद किसान संगठनों में थे लेकिन अब पंजाब के किसानों का पूरी तरह से समर्थन है। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब वह दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे तो सरकार ने बहला-फुसला कर उन्हें वहां से उठा दिया था लेकिन इस बार सरकार से आर पार की लड़ाई है।

उन्होंने कहा की जरूरत पड़ी तो हम लोग भी बैरिगेट तोड़ने के लिए जाएंगे और यदि पंजाब के किसानों की कॉल आती है तो वह पूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगे। इसके अलावा कुंडू खाप के प्रधान जयवीर मलिक ने कहा है कि वह शांति चाहते हैं लेकिन वह हर हाल में पंजाब के किसानों के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि वह अपना अधिकार मांग रहे हैं और सरकार उनके अधिकार नहीं दे रही हैं।