भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली

Fatehabaad में Meeting लेने पहुंचे BJP प्रदेशाध्यक्ष बड़ोली, BJP प्रत्याशी देवेंद्र बबली ने जमकर रोया अपना दुखड़ा

फतेहाबाद

Fatehabaad में BJP कार्यालय में सदस्यता अभियान व चुनावी समीक्षा को लेकर Meeting लेने BJP प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली पहुंचे। वहां उनके समक्ष पूर्व पंचायत मंत्री व फतेहाबाद के टोहाना से BJP प्रत्याशी देवेंद्र बबली ने जमकर अपना दुखड़ा रोया।

उन्होंने टोहाना में उनकी खिलाफत करने वालों को भरे मंच से आड़े हाथों लिया और खूब खरी खोटी सुनाई। उनके राजनीतिक धुरविरोधी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद सुभाष बराला भी मंच पर ही उनके साथ मौजूद रहे। कहीं न कहीं बबली का गुस्सा व इशारा उनकी ही तरफ माना जा रहा है।

कुछ लोग दोहरा जीवन चरित्र जीते हैं- बबली

देवेंद्र बबली ने माइक संभालते ही कहना शुरू किया कि स्टेज संचालक मर्यादा की बात कह रहे हैं। मर्यादा हमारे खून में है। मर्यादा लोगों को सिखाई जाती है, लेकिन यह हमारे पूर्वजों से हमने सीखी है। कुछ लोग दोहरा जीवन चरित्र जीते हैं, लेकिन यह मुझे पसंद नहीं है। कुछ लोगों की यह जीवनशैली हो सकती है, मेरी नहीं।

राजनीति में बहुत से लोगों को बहुत कुछ फायदा मिलता है। बबली ने प्रदेशाध्यक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने सही कहा है कि आपने (पार्टी ने) चिंगारी को सूरज बनाने का काम किया। लेकिन जब सूरज की तपिश ही आपको जलाना  शुरू कर दे तो फिर उसका इंतेजाम पार्टी को करना चाहिए।

पार्टी के नेता जिंदाबाद हैं तो बबली जिंदाबाद है- बबली

बबली ने कहा कि आज हम भावना और आस्था के साथ्ज्ञ पार्टी में काम करना चाहते हैं। मेरे साथ बहुत से लोग टोहाना से आज आए हैं, ये इन्हें राजनीति कम और समाजसेवा ज्यादा आती है। पार्टी के नेता जिंदाबाद हैं तो बबली जिंदाबाद है।

बबली ने कहा कि पार्टी स्तर पर अपनी बात रखनी जरूरी है। क्योंकि सिर्फ इसी पार्टी में लोकतंत्र है, यह पार्टी किसी की बपौती नहीं है। जब आप इसके मेंबर बन गए तो आप भी उतने ही हकदार हैं, कुछ लोग कहते हैं कि वे पार्टी में पुराने हैं। 

उन्होंने कहा कि वे देश-प्रदेश और पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं और पार्टी भी उन्हें आगे बढ़ाना चाहती है। उन्होंने चुनाव के बाद सारे सबूत मुख्यमंत्री, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को सूची सहित भेज दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष जी आप उन पर एक्शन लीजिए। ये वही लोग हैं, जो मलाई चाटू हैं, जिन्हें पार्टी से सरोकार नहीं है। वे कुछ आला नेताओं को बुके देकर आते हैं, नेताओं को भी उनको कहना चाहिए कि वे पार्टी के लिए काम करें, बबली पार्टी का केंडीडेट था, यहां आज बबली नहीं आया बल्कि कमल का फूल आया है।

जानिए क्यों भड़के बबली

बबली ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि वे स्टेज शेयर नहीं करेंगे, जिस दिन करनी पड़ी, उस दिन फांसी खाने जैसा हो जााएगा। भाई मैं कहना चाहूंगा कि ना तो बबली शरीर से और न ही दिमाग से कमजोर है। आप इज्जत दोगे तो हम नत्मस्तक होकर अपनी गर्दन आपके चरणों में रख देंगे। मुझे तो सिर्फ भगवान से डर लगता है, किसी इंसान से नहीं।

बबली ने फिर कहा कि अध्यक्ष जी आपसे अनुरोध है कि आप उन लोगों पर एक्शन लो। मेरे मन में जो बात थी, वो मैनें रख दी, मेरा अधिकार था, लेकिन आपको कहीं भी लगे कि मेरी गलती है तो जो आदेश दोगे, पालन करूंगा। बात खत्म करते करते बबली एक बार फिर भड़के और बोले कि आप हमें ले आए, हमें टिकट दी, हमारी ही गोभी खोद दी, कोई गोभी खोद दे, यह बात बबली के समझ में नहीं आती।

Read More News…..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *