विधानसभा का घेराव करने जा रही आशा वर्कर्स को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने और नजरबंद करने पर जिले की आशा वर्कर्स ने कड़ा विरोध जताया है। जिले की आशा वर्करों को ज्यों ही आशा नेताओं की गिरफ्तारी का पता चला तो वे आक्रोशित हो गई।
आशा वर्कर जिले की लघु सचिवालय के बाहर पार्क में इकट्ठा हुई। इसके बाद आशा वर्कर्स ने पहले लघु सचिवालय में थाली-ताली बजाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और उसके बाद शहर में भी प्रदर्शन किया।
किन मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने दी चेतावनी
लगातार 21 दिनों से धरने पर बैठी आशा वर्कर्स ने आब सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कि यदि समय रहते सरकार ने बातचीत के माध्यम से उनकी मांगों को पूरा नहीं किया और गिरफ्तार आशा वर्कर्स नेताओं को रिहा नहीं किया गया तो वे अपने आंदोलन को तेज कर देंगी।
फतेहाबाद में प्रदर्शन का नेतृत्व वीना सहनाल और सुनीता भोजराज ने किया। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स 8 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर निरंतर हड़ताल पर हैं परंतु सरकार ने उनकी मांगों को ठंडे बस्ते में डाल रखा है। आशा वर्कर्स की समस्या का कोई समाधान जबतक नहीं होगा तब तक हड़ताल जारी रखेंगी।
सरकार की तरफ से बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं
उन्होंने कहा कि आशाओं की हड़ताल लगातार 21वें दिन में प्रवेश कर गई लेकिन सरकार की तरफ से बातचीत का कोई भी प्रस्ताव नहीं आया है। हरियाणा में जच्चा-बच्चा मृत्यु दर पहले से ही 14 प्रतिशत बढ़ चुका है। हड़ताल के चलते यह और भी ज्यादा बढ़ने की संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि आब सरकार को जिद्द छोड़कर बातचीत के रास्ते पर आना चाहिए। सरकार समय रहते यूनियन के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करें। धरने को सरोज, गीता, सरीना, निर्मला, सीमा जाखल, कमल, सुशीला, सुरेंद्र, रेनु, सुमन, कुसुम, अमन, रिंकू, रीना एवं देशा सहित अनेक आशा वर्करों ने भाग लिया।