हरियाणा के नूंह जिले में पुलिस विभाग में भारी उथल-पुथल मच गई है। जिले के फिरोजपुर झिरका थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव और अन्य पुलिसकर्मियों पर ओवरलोड डंपरों से अवैध वसूली के गंभीर आरोपों के चलते FIR दर्ज की गई है। यह मामला तब तूल पकड़ा जब डंपर मालिकों की शिकायतों के आधार पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
मामले में SHO अमन यादव पर आरोप है कि वह ओवरलोड डंपरों को अनुचित तरीके से चलने देने के एवज में “मंथली” लेते थे। शिकायतकर्ताओं का दावा है कि यदि कोई डंपर मालिक पैसे देने से इनकार करता था, तो उनके वाहनों के टायर तक फाड़ दिए जाते थे। इस कथित उत्पीड़न से परेशान होकर कई लोगों ने न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया।
इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की मानें तो जांच के घेरे में कुछ और पुलिस अधिकारी व कर्मी भी आ सकते हैं, जिनकी भूमिका संदिग्ध रही है।
मौजूदा समय में अमन यादव नूंह साइबर थाना प्रभारी के पद पर कार्यरत हैं। अब उनके खिलाफ दर्ज मामले की जांच का जिम्मा फिरोजपुर झिरका के DSP अजायब सिंह को सौंपा गया है।
जांच अधिकारियों का कहना है कि वे मामले से जुड़ी सभी शिकायतों, डंपर मालिकों के बयानों और अन्य साक्ष्यों को एकत्र कर जांच को निष्पक्ष रूप से आगे बढ़ाएंगे। इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल नूंह जिले की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि यह भी उजागर किया है कि कैसे वर्दी का इस्तेमाल निजी फायदे के लिए किया गया।
पुलिस प्रशासन अब इस मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच कराने की बात कर रहा है, जिससे दोषी अधिकारियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई संभव हो सके।