हरियाणा में झज्जर के बहादुरगढ़ में ट्रेन में आग लगने का मामला सामने आया है। आग बठिंड़ा-दिल्ली इंटरसिटी ट्रेन में लगी है जो दिल्ली से चलकर पंजाब के बठिंडा की तरफ जाने वाली दिल्ली-बठिंडा इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन संख्या (20409/20410) करीब साढ़े 8 बजे बहादुरगढ़ से रोहतक की तरफ निकली थी। आग ट्रेन के पिछली साइड में लगे इंजन के केबिन में लगी थी। धुआं उठता देख ट्रेन में सवार यात्रियों ने इसकी सूचना रेलवे को दी। इसके बाद ट्रेन को रास्ते में ही रोक कर रेलवे स्टाफ ने आग पर काबू पाया। इस बीच करीब 15 मिनट तक ट्रेन आसौदा के पास रुकी रही। हालांकि आग पर काबू पाने के बाद ट्रेन को आगे की तरफ रवाना कर दिया गया।
इस ट्रेन का बहादुरगढ़ स्टेशन पर ठहराव नहीं है। इंजन के केबिन में लगी आग ट्रेन जब बहादुरगढ़ से निकली तो इसके पिछले इंजन के केबिन में आग लग गई। जब आग का पता चला तो ट्रेन आसौदा के समीप करीब पौने 9 बजे एचपी प्लांट के गोदाम के पास पहुंच चुकी थी। लोको पायलट ने तुरंत ब्रेक लगाए और उसे रोककर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। ट्रेन के पिछले हिस्सों में काला धुआं उठता रहा। आग फैलती देख रेलवे स्टाफ ने इंजन के केबिन में रखे अग्निशमन यंत्रों का इस्तेमाल करते हुए तुरंत आग पर काबू पाया। इसके बाद ट्रेन रोहतक की तरफ रवाना हो गई। आग से कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। आग के कारणों का भी पता नहीं चल सका है। रोहतक-दिल्ली के बीच चलने वाले दैनिक रेल यात्री संघ के प्रवक्ता सतपाल हाडा ने बताया कि ट्रेन में काफी यात्री थे। अगर आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा भी हो सकता था। साथ ही अगर आग और तेजी से फैलती तो पास पेट्रोलियम का गोदाम था। इससे उसे भी खतरा हो सकता था। ऐसे में ट्रेन स्टाफ की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया।