- एफएलएन पर पांच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू
- मातृभाषा से सीखने की प्रक्रिया को बताया सर्वोत्तम
- जेबीटी अध्यापक को बताया बच्चों के लिए मां समान
समालखा, अशोक शर्मा : समालखा के पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पावटी में निपुण हरियाणा मिशन के तहत एफएलएन (Foundational Literacy and Numeracy) पर आधारित शिक्षक व्यवसायिक विकास कार्यशाला की शुरुआत हो चुकी है। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम बैच को प्रशिक्षण देते हुए केआरपी (Key Resource Persons) रेनू और सुनील मोर ने कहा कि बच्चों को सिखाते समय उनकी मातृभाषा का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इससे वे जल्दी और सहजता से सीखते हैं।

कार्यशाला के दौरान केआरपी हरीश और बबीता ने कहा कि शिक्षा की शुरुआत मौखिक भाषा से होनी चाहिए, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास, तर्क शक्ति और सोचने की क्षमता का विकास होता है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक (JBT Teacher) बच्चों के लिए एक मां के समान होता है, जो प्यार और स्नेह से बच्चों को सिखाता है।

इस कार्यक्रम में को-ऑर्डिनेटर बलराज, मोंटी, कृष्ण कुमार, नारायण सिंह, तेजवीर, जोगिंदर, सतीश, सरोज बाला, सीमा, सुरेंद्र राठी, जगबीर सिंह, बबीता रानी, राकेश कुमार, विजेंद्र सिंह, हरिओम, सीमा रानी, बृजमोहन, किशन सिंह, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, सुशील, देवेंद्र, बृजेश, राजपाल, वीरेंद्र सिंह सहित अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे।
एफएलएन मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों को बुनियादी साक्षरता और गणना कौशल में दक्ष किया जा सके। यह शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशिक्षकों ने शिक्षकों को नई शिक्षण तकनीकों और बच्चों की समझ के स्तर को ध्यान में रखकर सक्रिय शिक्षण करने की प्रेरणा दी।