A big shock to AAP in Haryana

Haryana Breaking : AAP को जोर का झटका धीरे से, पूर्व मंत्री पिता और पुत्री फिर कांग्रेस का हाथ थामने को तैयार, Nirmal Singh और Chitra Sarwara ने छोड़ा आप का साथ

अंबाला बड़ी ख़बर राजनीति हरियाणा

Haryana Breaking : हरियाणा प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने से पहले आम आदमी पार्टी को जोर का झटका धीरे से लगा है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री निर्मल सिंह के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि पिता-पुत्री जल्द ही कांग्रेस पार्टी का हाथ थामने वाले हैं।

गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खासमखास माने जाने वाले पूर्व मंत्री निर्मल सिंह दो बार मंत्री रह चुके हैं। वह एक बार कुरुक्षेत्र से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। बता दें कि बेटी चित्रा सरवारा उनकी राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं। चित्रा सरवारा अंबाला नगर निगम में काउंसलर भी रह चुकी हैं। इससे पहले चित्रा सरवारा आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रही थी।

निर्मल चित्रा

पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर आजाद प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा-2019 का चुनाव लड़ा था। जिसमें निर्मल सिंह को 54 हजार वोट मिले, लेकिन वह 19 हजार वोटों से चुनाव में हार गए थे। वहीं उनकी बेटी चित्रा सरवारा को 44 हजार वोट मिले थे। इसके बाद पिता और पुत्री आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।

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बताया जाता है कि पूर्व मंत्री निर्मल सिंह चार बार अंबाला से विधायक रह चुके हैं। निर्मल सिंह की राजनीतिक उत्तराधिकारी उनकी बेटी चित्रा सरवारा को विधानसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने अंबाला कैंट से टिकट नहीं दी थी। इसके बाद दोनों ने आजाद उम्मीदवार सिटी और कैंट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि पिता-पुत्री दोनों ही चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट बना लिया। पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा अप्रैल 2022 दिल्ली में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। आप सुप्रीमो एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने निवास पर दोनों पिता-पुत्री को पार्टी में शामिल किया था।

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पूर्व मंत्री ने बागी होते हुए वर्ष 2019 में छोड़ दिया था हाथ का साथ

गौरतलब है कि 5 अक्तूबर 2019 को कांग्रेस से बागी हुए पूर्व राजस्व मंत्री निर्मल सिंह ने हाथ का साथ छोड़ने के करीब ढाई साल बाद आम आदमी पार्टी का दामन थामा था। निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने दिल्ली में आप में शामिल हुए। इस दौरान राज्‍यसभा सदस्‍य सुशील गुप्‍ता और हरियाणा के वरिष्ठ आप नेता अशोक तंवर भी मौजूद रहे। इस दौरान दिल्‍ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विट किया था कि हरियाणा डेमोक्रेटिक पार्टी के सुप्रीमो एवं पूर्व मंत्री निर्मल सिंह एवं उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मैं निर्मल सिंह का आम आदमी पार्टी में हार्दिक स्वागत करता हूं।

उधर कयास लगाए जा रहे थे कि आम आदमी पार्टी की पंजाब में हुई प्रचंड जीत के बाद से ही निर्मल सिंह की आम आदमी पार्टी से नजदीकियां जगजाहिर होने लगी थीं। बता दें कि विधानसभा चुनाव 2019 में टिकट न मिलने से खफा कांग्रेसी निर्मल सिंह पार्टी से बागी हो गए थे। इसके बाद अक्तूबर 2019 को उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा था। इसके बाद 4 नवंबर 2020 को निर्मल सिंह ने अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन कर 43 साल बाद कांग्रेस को विधिवत रूप से अलविदा कह दिया था।

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चार बार विधायक और दो बार मंत्री रह चुके हैं निर्मल सिंह

बता दें कि निर्मल सिंह चार बार विधायक और दो बार पूर्व मंत्री रह चुके हैं। उत्तर हरियाणा के कई मुद्दों को लेकर निर्मल सिंह लंबे समय से संघर्षरत रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी होने का बड़ा फायदा उन्हें तब मिला जब लोकसभा चुनाव 2019 में हुड्डा उन्हें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से टिकट दिलवाने में कामयाब रहे। मगर मोदी लहर के चलते निर्मल सिंह लोकसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद निर्मल सिंह ने अंबाला कैंट सीट से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ अपनी पार्षद बेटी चित्रा सरवारा के लिए कांग्रेस हाईकमान से टिकट मांगा।

इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी चित्रा की टिकट के लिए हाईकमान पर काफी दबाव बनाया, लेकिन अंबाला लोकसभा की सभी 9 विधानसभा सीटों के टिकट वितरण में अंबाला की पूर्व लोकसभा सांसद एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा की ही चली थी। लिहाजा चित्रा का टिकट कट गया था। इसी बात से नाराज होकर खुद चुनाव न लडऩे का एलान करने वाले पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने खुद को अंबाला शहर और बेटी चित्रा को अंबाला कैंट सीट पर आजाद उम्मीदवार के रूप में उतार दिया था। दोनों बाप-बेटी की इस बगावत का नतीजा यह रहा था कि दोनों ही सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी। इसके बाद अंतत: निर्मल सिंह ने अपनी नई पार्टी का गठन कर दिया है।

आप ने विधानसभा चुनाव में दिया था निर्मल और चित्रा का साथ

बता दें कि अक्तूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में चित्रा सरवारा का आम आदमी पार्टी ने साथ दिया था। हालांकि शहर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। इसको लेकर शुरुआत में खींचतान हुई थी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पहले सहयोग करने से मना कर दिया था, क्योंकि हाईकमान से निर्देश नहीं आए थे। इसके बाद आप के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने इसकी वीडियो जारी की थी और पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसके बाद चित्रा को समर्थन दिया था। इसी तरह नगर निगम मेयर के चुनावों में भी एचडीएफ की प्रत्याशी अमीषा चावला का आम आदमी पार्टी ने समर्थन किया था।