दिल्ली में 12 मार्च को होने जा रही सोनीपत के गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी और राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा की शादी को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही हैं। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी राजस्थान की रहने वाली लेडी डॉन अनुराधा से पहले ही मंदिर में शादी कर चुके हैं, लेकिन अब काला जठेड़ी की मां के सपने को पूरा करने के लिए परंपरागत तरीके से शादी करने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि 6 घंटे की पैरोल में लेडी डॉन अनुराधा और गैंगस्टर काला जठेड़ी की शादी में कुछ चंद मेहमान शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि बारात में 4 राज्यों की पुलिस सहित एडवोकेट और कुछ पारिवारिक सदस्य भाग लेंगे। दिल्ली में होने वाली इस शादी की पहले से ही चर्चा बनी हुई है। अब कोर्ट द्वारा जब शादी की परमिशन दी गई है तो उन्हें हर प्रकार से पूरी सुरक्षा मुहैया करवाई जा रही है।

बताया जा रहा है कि दोनों की शादी को लेकर हाई सिक्योरिटी अलर्ट पर लगाई गई है। मंगलवार को 6 घंटे की पैरोल में लेडी डॉन अनुराधा और गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी फिर से शादी के बंधन में बंद जाएंगे। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी 16 साल बाद शादी के बाद घर में प्रवेश करेंगे।

एमबीए में गोल्ड मेडलिस्ट रही अनुराधा चौधरी ने सिटी तहलका के पत्रकार से बातचीत में बताया कि दूसरी फील्ड में इंसान जब जाता है, जब हालात ऐसे पैदा हो जाते हैं। ऐसे हालात के चलते ही उन्हें आज की दुनिया में उतरना पड़ा। लेडी डॉन अनुराधा ने बताया कि संदीप उर्फ काला जठेड़ी की मां के सपने को पूरा करने के लिए ही अब परंपरागत शादी की जा रही है। परंपरागत शादी में सारे रीति रिवाज पूरे नहीं हो पाएंगे, लेकिन हरियाणा के जो महत्वपूर्ण और जरूरी रिवाज हैं, उन्हें अवश्य पूरा किया जाएगा।

लेडी डॉन अनुराधा ने बताया कि राजस्थान और हरियाणा में परंपरागत शादी का चलन अलग-अलग है। राजस्थान में भी उसी तर्ज पर अलग रीति रिवाज के साथ शादी की जाती है। खासतौर पर 6 घंटे की पैरोल के बाद फेरे वरमाला की रस्म पूरी करने के बाद गृह प्रवेश के दौरान संदीप और अनुराधा के हाथों के थापे (हाथों के प्रिंट) कागज पर लेकर रखे जाएंगे। यह परंपरा हरियाणा में रहती है तो यह रस्म निभाई जानी है। उन्होंने कहा कि 6 घंटे की पैरोल मिलने के कारण समय कम होगा और ऐसे में काफी रीति रिवाज कम कर दिए हैं।

वहीं अपराध की दलदल में आने के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहरा देने वाली लेडी डॉन अनुराधा का अब हृदय परिवर्तन हुआ है। अनुराधा अब संदीप उर्फ काला जठेड़ी के जीवन में भी बदलाव लेकर आने वाली है। उन्होंने बताया कि मैंने काला जठेड़ी के साथ मिलकर अब एक साधारण जीवन जीने के लिए कसम खाई है। हालांकि दोनों पर काफी मामले चल रहे हैं। ऐसे में अनुराधा न केवल अपनी वकालत के जरिए कल जठेड़ी के कोर्ट केसों में उनके वकील की अपनी वकालत के जरिये मदद करती हुई नजर आएंगी, बल्कि उनके जीवनभर की संगिनी भी बनेगी।

लेडी डॉन अनुराधा चौधरी ने बताया कि कोर्ट की तरफ से उन्हें शादी की परमिशन मिली है और गृह प्रवेश की भी इजाजत दी गई है। ऐसे में उन्हें अब कहीं न कहीं एक सही डायरेक्शन मिली है। उन्होंने कहा कि अपराध की दुनिया में बहुत सारे परिवार बर्बाद हो जाते हैं, लेकिन अपराध की दुनिया से बाहर निकालने के लिए नामुमकिन कुछ भी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि हम दोनों मिलकर अपराध की दुनिया से बाहर निकलकर एनजीओ के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाने के साथ-साथ खुद में भी बदलाव लेकर आएंगे।

साथ ही उन्होंने गैंगस्टर और अपराध की दुनिया में आने वाले युवाओं को लेकर भी कहा कि युवा अगर जा रहा है तो समाज की भी गलती है और पुलिस की भी गलती है। सोशल मीडिया पर हथियार की नुमाइश करने पर गिरफ्तारी हो रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर अभी जिस प्रकार से बहुत कुछ होना बाकी है, वह उस पर भी कंट्रोल होना चाहिए। यह समाज की गलती है कि यूथ भटक जाता है।

एक एसपी से मिलने गई तो अनुराधा चौधरी को मिल गई लेडी डॉन की उपाधि
लेडी डॉन अनुराधा ने कहा कि गैंगस्टर संदीप के साथ उनकी पहली मुलाकात इंदौर में हुई थी। उस दौरान एक केस में वह अंडरग्राउंड थी। उन्होंने कहा कि शादी के बाद अब वह दोनों एक साधारण जीवन जीने के लिए प्रयास कर रहे हैं। यह दोनों का पहला स्टेप होगा।

वहीं उन्होंने लेडी डॉन और संदीप पर गैंगस्टर के टैग मिलने को लेकर कहा कि यह टैग उन्हें समाज ने दिया है। अपराध की दुनिया से निकलना आसान नहीं है, लेकिन अगर ठान लें तो नामुमकिन कुछ भी नहीं है। लेडी डॉन का टैग मिलने के पीछे की कहानी बताते हुए अनुराधा चौधरी ने कहा कि एक बार वह एक एसपी से मिलने के लिए गई हुई थी और अपनी शिकायत देना चाहती थी। इसी दौरान जो घटना हुई, उसके बाद उन्हें लेडी डॉन की उपाधि दी गई। वहीं उन्होंने कहा कि उन पर राजस्थान में ही 18 से 20 मुकदमें दर्ज हैं।