हरियाणा के अंबाला में BSP नेता हरबिलास रज्जूमाजरा की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। कुख्यात गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। पोस्ट में उसने न सिर्फ हत्या को स्वीकारा बल्कि धमकी दी, “यह तो सिर्फ शुरुआत है। सब्र करो, सबका हिसाब होगा।”
वेंकट ने चेतावनी देते हुए लिखा कि उसकी लड़ाई में कोई हस्तक्षेप न करे, वरना अंजाम बुरा होगा। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
गैंगस्टर की धमकी और हत्या का दावा
गैंगस्टर वेंकट ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “नारायणगढ़ कॉम्प्लेक्स में जो हुआ, वह मैंने किया। हमारे खिलाफ साजिश रचने वालों का यही हाल होगा। कोई भी हमारे मामलों में दखल न दे, वरना नुकसान उठाना पड़ेगा। यह लड़ाई हमारी है। यह सिर्फ शुरुआत है, वेट एंड वॉच।”
हत्या की पृष्ठभूमि और वेंकट का शक
हरबिलास की 24 जनवरी की शाम नारायणगढ़ में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। वेंकट को शक था कि पिछले साल उसके ऊपर हुए हमले में हरबिलास का हाथ था। यही रंजिश इस खौफनाक अंजाम तक पहुंची। वेंकट गर्ग का आपराधिक इतिहास लंबा है। वह कई मामलों में वांछित रहा है और पुलिस रिकॉर्ड में मोस्ट वांटेड है।
संपत्ति विवाद से शुरू हुई साजिश
इस हत्याकांड की जड़ में संपत्ति विवाद बताया जा रहा है। 95 मरले जमीन को लेकर प्रॉपर्टी फाइनेंसर चुन्नू, अजय गर्ग और हरबिलास के बीच तनाव चल रहा था। गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने इस विवाद में दखल दिया और 1.75 करोड़ रुपये की मांग की। जब न तो रजिस्ट्री हुई और न पैसे वापस मिले, तो विवाद और गहरा गया।
हत्या का खौफनाक प्लान
वेंकट ने हरबिलास और चुन्नू को 25 जनवरी को HLRDTC कॉम्प्लेक्स में पैसे लौटाने के बहाने बुलाया। लेकिन मौके पर पहले से ही पूरी साजिश रची जा चुकी थी। वहां हरबिलास को घेरकर गोलियां मारी गईं।
पुलिस ने इस मामले में वेंकट गर्ग समेत 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें अजय गर्ग, अरुण गर्ग, अंजू गर्ग, साहिल शर्मा, और मनीष मित्तल शामिल हैं। अंजू गर्ग को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य 4 को पुलिस रिमांड पर रखा गया है।
गूगल पंडित पर भी शक
हरबिलास के साथ मौजूद विजय मोदगिल उर्फ गूगल पंडित पर भी शक गहरा रहा है। पुलिस जांच में सामने आया कि वारदात के दिन गूगल पंडित और वेंकट गर्ग के बीच 16 बार बातचीत हुई। मौके पर 15-20 गोलियां चलीं, लेकिन गूगल पंडित को एक भी गोली नहीं लगी।
वकीलों का विरोध और अपील
हरबिलास की हत्या के विरोध में अंबाला कोर्ट के वकीलों ने काम ठप रखा और आरोपियों की पैरवी न करने का ऐलान किया है। उन्होंने मांग की कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस अब गैंगस्टर वेंकट गर्ग के नेटवर्क और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश में जुटी है। साथ ही, सोशल मीडिया पर उसकी धमकी भरी पोस्ट को भी जांच का हिस्सा बनाया गया है।