रोहतक में हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन के साझा मोर्चा के आह्वान पर आज गेट मीटिंग की गई है। इस मीटिंग में कर्मचारियों ने सरकार पर वादा खिलाफी करने के आरोप लगाए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार के साथ कईं दौर की मीटिंगों के बाद भी कर्मचारियों की मांगे वर्षो से लंबित पड़ी है। कर्मचारियों का आरोप है की सरकार ने कर्मचारियो की छुट्टीयो पर डाका डालने की कोशिश की है।
सरकार छुट्टियों को लेकर कई बार नोटिस जारी कर चुकी है जोकि कर्मचारियों के साथ धोखा है। कर्मचारियों की मांग है कैश लेस सुविधा दी जाए, रोडवेज के बेडे में नई बसें लाकर कर्मचारियों की नई भर्ती की जाए। सरकार जल्द मांगे पूरी करें अन्यथा 26 नवंबर को करनाल में मुख्यमंत्री कार्यालय का कर्मचारी घेराव करेंगे। फिर भी अगर सरकार कर्मचारियों की मांगे नहीं मानती तो 28 नवंबर को एक दिन की पूर्ण रूप से हड़ताल रहेगी ।
सरकार पर वादा खिलाफी के लगाए आरोप
हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन सांझा मोर्चा के सदस्य सुमेर सिवाच ने बताया कि सरकार के साथ कर्मचारियों की कई दौर की वार्तालाप हो चुकी है लेकिन सरकार है कि कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। इसलिए सांझा मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सरकार रोडवेज का निजीकरण करना चाहती है जो किसी भी सूरत में नही करने दिया जाएगा।
28 नवंबर को एक दिन की पूर्ण हड़ताल करने की दी चेतावनी
वही सरकार कर्मचारियों की छुटियो में बदलाव करना चाहती है जिसके लिए कई बार नोटिस भी जारी किया जा चुका है वह सरकार से मांग करते हैं कि उनकी लंबित पड़ी मांगो को जल्द पूरा करे इसलिए कर्मचारियों में रोष है और आने वाली 26 नवंबर को करनाल में मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव किया जाएगा अगर फिर भी सरकार उनकी मांगे पूरा नहीं करती है तो 28 नवंबर को एक दिन की पूर्ण रूप से हड़ताल रहेगी ।