हरियाणा के जिला हिसार पुलिस की वाहन चोरी निरोधक पुलिस टीम ने डीएसपी गौरव शर्मा के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए सार्वजनिक और सरकारी जगहों पर लगे लोहे के गेट चोरी के मामले में तीन आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों की पहचान आदमपुर मंडी हाल नंगथला निवासी बलजीत सिंह, अरुण और राहुल के रूप में हुई है। पकड़े गए तीनों आरोपी पिता-पुत्र हैं।
बरवाला के डीएसपी गौरव शर्मा ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि पुलिस के पास अलग-अलग गावों से सार्वजनिक और सरकारी जगहों पर लगे लोहे के गेट चोरी की शिकायतें आ रही थी। जिस पर संबंधित थानों में कार्रवाई करते हुए हिसार पुलिस की एबीवीटी पुलिस टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अरुण और राहुल सगे भाई हैं और आरोपी बलजीत इनका पिता है। यह तीनों आपस में मिलकर लोहे के गेट चोरी की वारदाते करते हैं।

चोरी से पहले करते फेरी लगाकर करते थे रेकी
डीएसपी गौरव शर्मा ने बताया कि आरोपी बलजीत ने लगभग 2 साल पहले पिकअप गाड़ी खरीदी। इस पर आरोपी बलजीत और अरुण कबाड़ी का सामान लेकर उसके बदले में बर्तन फेरी लगाकर बेचते थे। इसके बाद इन्होंने गांव नगथला में किराए का मकान लिया। गांव-गांव फेरी लगाकर कबाड़ के बदले बर्तन बेचने पर इन्होंने देखा कि ज्यादतर गांव से बाहर के रास्तों पर सरकारी जगह पर लोहे व स्टील के गेट लगे हुए हैं। उन पर रात के समय चौकीदार भी नजर नहीं आते थे। इसके बाद तीनों आरोपी दिन के समय फेरी लगाते हुए अलग-अलग गांव जाकर रेकी करते और रात के समय लोहे और स्टील के गेटों को लोहे के औजरों की सहायता से चोरी कर लेते थे। फिर चुराए गए गेटों को स्क्रैप बनाकर उन्हें कबाड़ के साथ अलग-अलग कबाड़ियों को बेच देते थे।

ग्राम सचिवालय से चुराया स्टील का नया गेट
डीएसपी गौरव शर्मा ने बताया कि आरोपी बलजीत पहले प्लंबर का काम करता था। अरुण 9वीं और राहुल छठी कक्षा तक पढ़ा-लिखा है। पुलिस आरोपियों से आगामी पूछताछ कर रही है। आरोपियों को आज न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर 2023 को आरोपियों ने मिलकर गांव शाहपुर के ग्राम सचिवालय से एक स्टील का नया अच्छे से बना हुआ गेट चोरी किया था। जिसको इन्होंने स्क्रैप के लिए तैयार नहीं किया। आरोपी इस गेट को वास्तविक हालत में बेचने की फिराक में थे। इसके अलावा भी आरोपियों ने अनेकों वारदातें कबूल की हैं।