Gurugram Metropolitan Development Authority

Gurugram : GMDA ने जहाजगढ़ में 20 एमएलडी एसटीपी का निर्माण किया पूरा, परीक्षण जारी

गुरुग्राम बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा के जिला गुरुग्राम में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की ओर से जहाजगढ़ में 20 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। इस एसटीपी को गांव जहाजगढ़ और सेक्टर 103/106 में उत्पन्न अनुपचारित सीवेज के उपचार के साथ-साथ लेग 2 ड्रेन में अनुपचारित अपशिष्ट जल के निर्वहन की समस्या का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है। वर्तमान में गांव जहाजगढ़ में उत्पन्न अपशिष्ट जल और लेग 2 ड्रेन में छोड़े गए अनुपचारित सीवेज को संयंत्र के चालू होने से पहले परीक्षण के लिए एसटीपी जहाजगढ़ में उपचार के लिए प्रवाहित किया गया है।

बता दें कि लेग-2 ड्रेन में अनुपचारित सीवेज के निर्वहन के मुद्दे का समाधान करने के लिए जीएमडीए की छठी प्राधिकरण बैठक में परियोजना को मंजूरी दी गई थी। परियोजना की योजना एनजीटी के निर्देशों के अनुसार बनाई गई थी कि किसी भी अनुपचारित सीवरेज को बरसाती नालों में नहीं छोड़ा जाना चाहिए। इससे पहले गुरुग्राम नगर निगम (एमसीजी) जहाजगढ़ में 10 एमएलडी एसटीपी के निर्माण की योजना बना रहा था। योजना को बाद में संशोधित किया गया और जीएमडीए ने जहाजगढ़ गांव और सेक्टर 103/106 में उत्पन्न सीवेज के उपचार के साथ-साथ लेग 2 ड्रेन में छोड़े गए अपशिष्ट जल के उपचार के लिए 20 एमएलडी क्षमता एसटीपी के निर्माण की परियोजना शुरू की।

जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अभियंता राजेश बंसल का कहना है कि प्लांट के चल रहे परीक्षण के पूरा होने के बाद एसटीपी जहागढ़ के चालू होने से शहर के बरसाती नालों में अनुपचारित सीवेज के प्रवाह को रोकने में मदद मिलेगी। गुरुग्राम के इन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले निवासियों को इष्टतम सीवेज उपचार समाधान प्रदान किया जाएगा। उनका कहना है कि इस एसटीपी का निर्माण कुल 31.99 करोड़ रुपये की लागत से जीएमडीए द्वारा गुरुग्राम के नगर निगम द्वारा प्रदान की गई 4 एकड़ भूमि में किया गया है। जीएमडीए यह सुनिश्चित कर रहा है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित सभी मानदंडों का अनुपालन किया जा सके।

वर्तमान में जीएमडीए अपनी 218 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी धनवापुर और 170 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी बेहरामपुर के माध्यम से प्रतिदिन 388 एमएलडी अपशिष्ट जल का उपचार करता है। पहले चरण में दोनों एसटीपी में 100 एमएलडी क्षमता की अतिरिक्त वृद्धि की योजना बनाई गई है। इन कार्यों के लिए जल्द ही निविदाएं जारी की जाएंगी। गांव दौलताबाद, सेक्टर 107 में कुल 350 एमएलडी क्षमता का एक नया एसटीपी भी प्रस्तावित है। जिसमें पहले चरण में 100 एमएलडी एसटीपी इकाई का निर्माण किया जाएगा। मानेसर में 25 एमएलडी एसटीपी के निर्माण पर भी काम चल रहा है। यह 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।