गोहाना में रिलायंस कंपनी द्वारा किसानों के प्रीमियम वापस लौटने के विरोध में लगातार मिनी सचिवालय के दिन धरना जारी है और धरने के चौथे दिन में सचिवालय के सामने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और कृषि सलाहकार अमरजीत सिंह मान का पुतला दहन किया गया है। किसान सत्यवान नरवाल का कहना है कि लगातार तीन दिन से सामने प्रतिदिन आने वाले किसान और मजदूर लगातार पहुंचते हैं और आकर उनके फोटो पर जूते मार रहे हैं। फसल बीमा कंपनी की लापरवाही के चलते किसानों को उनकी खराब फसल का मुआवजा नहीं मिला है और 2 महीने की समय सीमा के स्थान पर पॉलिसी को 3 साल बाद रद्द करके किसानों का प्रीमियम वापस लौटा दिया है और किसानों को कोई कोई मुआवजा भी नहीं दिया गया है।
रिलायंस कंपनीदवारा किसानों की फसल की पॉलिसी को वापस किए जाने के मामले को लेकर लगातार किसान मिनी सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि सलाहकार अमरजीत सिंह मान के फोटो पर प्रतिदिन मजदूर और किसान पांच पांच जूते मार रहे हैं। इसी के चलते आज उनके पुतले का भी दहन किया गया है। अमरजीत को दोषी मानते हुए किसानों का कहना है कि फसल खराब होने के बाद उनके बीमा की पॉलिसी बाद में कैंसिल की गई है। जिन लोगों की फसल खराब नहीं हुई उनके प्रीमियम की राशि को लूटकर अपना खजाना भर लिया है। किसानों के साथ अन्याय किया गया है और इस अन्याय के लिए अमरजीत मान दोषी है। स्टेट की कमेटी द्वारा भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। किसानों का कहना है कि जब तक किसानों की फसल का मुआवजा नहीं मिलता और पॉलिसी के तहत उन्हें कोई मजबूती नहीं मिलती तब तक आंदोलन जारी रहेगा और अब उनके समर्थन में सरपंच संगठन भी आ गई है।

जानकारी के मुताबिक के रबी की फसल का बीमा 31 जुलाई तक होता है और 30 सितंबर तक ही रद्द किया जा सकता है, लेकिन कंपनी की लापरवाही और मनमानी के चलते 3 साल बाद 2021 और 2022 के किसानों के बीमे रद्द किए गए है। कंपनी ने किसानों को मुआवजा देने की बजाय उनके प्रीमियम वापस लौटा दिए हैं। कंपनी ने किसानों को ख्वाजा ना देखकर की पॉलिसी रद्द कर दी है और अब कंपनी किसानों को ठेंगा दिखा रही है। वही आप यह भी है कि जिन किसानों की फैसले खराब नहीं हुई थी कंपनी उनका बीमा भी डकार गई है और अब पूरे प्रदेश स्तर पर आंदोलन को तेज करने की भी बात कही गई है।