प्रदेश की सभी सब्जी मंडियों में एक मुश्त टैक्स को लेकर जहां अनिश्चितकाल हड़ताल चल रही है। वही गोहाना में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। जहां एक तरफ पर गोहाना नई सब्जी मंडी में आढ़ती वर्ग हड़ताल पर है, तो गोहाना की पुरानी सब्जी मंडी में दुकानदार सुबह से ही अपनी दुकान खोलकर बैठे हुए हैं। दुकानदारों का कहना है कि दोगुना सामान खरीदा हुआ है। शादियों का सीजन चल रहा है, समान नहीं बचा तो लाखों का नुकसान हो जाएगा।
बता दें कि मार्केटिंग फीस बढ़ोतरी को लेकर गोहाना की पुरानी और नई सब्जी मंडी में आढ़तियों की हड़ताल का असर मिला जुला देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां शादियों का सीजन चल रहा है और वहीं दूसरी तरफ से आम आदमी भी लगातार सब्जी मंडियों में पहुंचकर सब्जी के लिए परेशान हो रहा है। वही गोहाना की पुरानी सब्जी मंडी में एक मुश्त फीस का कोई विरोध नहीं देखा जा रहा रहा। जहां अनिश्चितकाल हड़ताल की पूरे हरियाणा में कॉल है, लेकिन गोहाना की पुरानी सब्जी मंडी में दुकानदारों का कहना है कि लाखों रुपए का सामान उन्होंने एडवांस से खरीदा हुआ है। सभी दुकानदारों के पास काफी ज्यादा सामान ऐसा है, जो नहीं बेचा तो खराब हो जाएगा। जिसके चलते छोटे दुकानदार के लिए रोजी-रोटी खतरे में पड़ जाएगी। दुकानदारों का यह भी कहना है कि अगर उनका सामान जल्दी बिक जाता है, तो वह भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे। बाकी दुकानदारों का कहना है कि अगर टैक्स लागू हो गया तो उसका असर छोटे दुकानदारों पर भी पड़ेगा और जिससे महंगाई और बढ़ेगी। वहीं सरकार से भी अपील करते हुए पुरानी सब्जी मंडी के दुकानदारों ने कहा है कि सरकार जल्द से जल्द इस टैक्स से छुटकारा दिलाए और दुकानदारों को राहत दे, ताकि भी दुकानदार या व्यापारी का कारोबार प्रभावित न हो।
सरकार को मांग स्वीकार कर हटा देना चाहिए टैक्स
पुरानी सब्जी मंडी के दुकानदारों और व्यापारी वर्ग का कहना है कि एक मुश्त टैक्स को हटाने की मांग सरकार के सामने व्यापारियों ने रखी है और सरकार को मांग स्वीकार कर टैक्स को हटा देना चाहिए। वहीं उन्होंने हड़ताल को लेकर यह भी कहा है कि छोटे दुकानदारों ने सामान खरीदा हुआ है, ऐसे में हड़ताल पर जाने से पहले उन्हें समय दिया जाना चाहिए था।
सब्जियों में आती रहती है उछाल और गिरावट
वही नई सब्जी मंडी में धरना दे रहे आढ़ती वर्ग का कहना है कि काला कानून सरकार को वापी से लेना चाहिए। सरकार द्वारा एडवांस टैक्स लगाया गया है और जो सामान नहीं खरीदा तो उसे पर कैसे टैक्स दे सकते हैं। उन्होंने कहा है कि ऑल हरियाणा सब्जी मंडी संगठन हड़ताल पर हुई है। नहीं व्यापारी वर्ग का यह भी कहना है कि सब्जियों में उछाल और गिरावट आती रहती है, लेकिन सरकार जिस प्रकार से एडवांस टैक्स से मांग रही है वह नहीं भरा जा सकता है।