गोहाना में हुई मातू राम हलवाई की दुकान पर फायरिंग और 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने के खिलाफ 30 जनवरी को गोहाना पूरी तरह से बंद रहेगा।
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने घोषणा करते हुए बताया कि व्यापारियों पर हो रही वारदात के खिलाफ इस कदम का फैसला किया गया है। गोहाना के प्रसिद्ध व्यापारी मातू राम हलवाई की दुकान पर हुई गोलीकांड के बाद व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग ने रविवार को दुकान पर मौका देखा और दुकानदारों और पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि बढ़ती बेरोजगारी के कारण ऐसी वारदातें बढ़ रही हैं और इसके खिलाफ आंदोलन का हिस्सा बनने का फैसला किया गया है। गर्ग ने मातू राम के फिरौती मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि मामले में एफआईआर में फिरौती का जिक्र तक नहीं किया गया है और उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब पुलिस की मिलीभगत से हुआ है। व्यापारी नेता ने कहा कि एक सप्ताह पहले मातू राम की दुकान पर 40 से 50 गोलियां चलाई गई थीं और फिरौती की चिट्ठी भी डाली गई थी। इसके बावजूद पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की और इसके परिणामस्वरूप व्यापारी समुदाय में नाराजगी फैल गई है।
बड़े स्तर पर होगा आंदोलन
बजरंग दास गर्ग ने कहा कि अगर पुलिस ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की तो 30 जनवरी से गोहाना में बड़े स्तर पर आंदोलन होगा और सभी व्यापारी सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को बाजार में बंदी होगी और सभी दुकानें बंद रहेंगी। इसके बाद व्यापारी समुदाय मिलकर आगे की रणनीति बनाएगा। गोहाना में हुई घटना के बावजूद न तो किसी मंत्री ने कुछ कहा है और न ही मुख्यमंत्री का कोई बयान आया है।
सरकार से अपराधियों के पक्के इलाज की मांग
व्यापारी वर्ग में इसके खिलाफ बहुत नाराजगी है और केस में 2 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग पर पुलिस का कोई रिएक्शन नहीं आया है। बजरंग दास गर्ग ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के बाद भी उन्हें जमानत मिलती है और इसके बाद फिर वे वापस व्यापारी समुदाय में दहशत फैलाते हैं। उन्होंने सरकार से अपराधियों के पक्के इलाज की मांग की है और पुलिस की मिलीभगत से हो रहे अपराधों को लेकर सवाल उठाए हैं।