हरियाणा के जींद जिलें में आज सरकारी डॉक्टर्स 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे। हड़ताल के चलते लोग नागरिक अस्पताल और दूसरे सरकारी स्वास्थय केंद्रों में उपचार करवाने के लिए 11 बजे के बाद ही आए। क्योंकि डॉक्टर्स सुबह 9 बजे से 11 बजे तक हड़ताल पर बैठे थे। जिसके दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं ही चालू थी। हड़ताल के दौरान सिविल सर्जन डॉ. गोपाल गोयल भी मौजूद रहे। डॉक्टर्स अपनी हड़ताल को सांकेतिक रुप से पूरी करने के लिए सुबह बैठक की।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में सिविल मेडिकल एसोसिशन के जिला प्रधान डॉ. विजेंद्र ढांडा, उप-प्रधान डॉ. संदीप लोहान ने बताया कि सुबह 9 बजे से 11 बजे तक जीदं जिले के लगभग सभी डॉक्टर्स ने हड़ताल की है। इस दौरान उन्होंने केवल इमरजेंसी सेवाएं ही चालू की थी। अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी तो उन्हें मजबूरन आगे चलकर कड़ा फैसला लेना होगा।
क्या है डॉक्टर्स की मांग
अपनी मांगों को लेकर डॉ. विजेंद्र ढांडा ने बताया ने कि उनकी मांग डॉक्टरों के लिए एक विशेषज्ञ कैडर का गठन। गतिशील सुनिश्चित कॅरियर प्रगति (एसीपी) योजना लागू हो। एसएमओ की सीधी भर्ती पर तुरंत रोक लगाई जाए। पीजी के लिए बॉन्ड राशि एक करोड़ से 50 लाख किए जाने की मांग। ग्रामीण क्षेत्रों को दूरस्थ घोषित कर पीजी कोटा बहाल करने की मांग। डॉक्टरों के लिए पीजी कोटा। स्पेशलिस्ट के लिए अतिरिक्त इंसेटिव। डॉक्टर की 10 साल में प्रमोशन। जल्द पीजी पॉलिसी बनाने की मांग।
उन्होंने बताया कि जिले के अकेले नागरिक अस्पताल में 1700 से 2000 तक मरीजों की ओपीडी रहती है। वहीं अन्य सीएचसी व पीएचसी की ओपीडी लगभग 10 हजार से अधिक होती है। करनाल जिले में लगभग 125 से 150 के बीच में डॉक्टर्स है और 100 के करीब डॉक्टरों की पद रिक्त पड़े हैं।