(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) पानीपत के खंड समालखा स्थित डीपीएस पानीपत सिटी में बुधवार को पानीपत लिटिल चैंप सब जूनियर क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला गया। जिसमें पानीपत ब्लू सफायर और पानीपत ग्रीन एमराल्ड की टीमें फाइनल मैच तक पहुंची। 10 ओवर के इस मैच में पानीपत ग्रीन एमराल्ड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 93 रन बनाएं औरा स्कोर का पीछा करने उतरी पानीपत ब्लू सफायर की टीम 20 रन पीछे रहते हुए इस मैच को हार गई। इसके बाद 3 दिवसीय टूर्नामेंट में ग्रीन एमराल्ड की टीम विजेता घोषित किया गया।
इस दौरान प्रधानाचार्या रोहिणी दहिया ने बताया कि टूर्नामेंट के पहले मैच में निकिता शानदार तीन विकेट लेते हुए मैन ऑफ द मैच बनी। दूसरे मैच में आरव कादियान ने चार विकेट लिए और वह मैन ऑफ द मैच चुने गए। फाइनल मैच में दक्ष नरवाल ने 30 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच रहे। इसके अलावा बेस्ट फील्डर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब निर्भय आहूजा, बेस्ट विकेट कीपर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब समर तोमर, बेस्ट अपकमिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब आदविक सिंह को मिला। इसके अलावा बेस्ट डिसिप्लिन प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब अद्विका, बेस्ट बॉलर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब आदित्य शर्मा (जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 9 विकेट लिए) और बेस्ट बैट्स मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिवेश सहरावत (जिन्होंने सभी मैचों में सर्वाधिक रन बनाए और ग्राउंड के चारों तरफ चौके छक्के लगाए) को दिया गया।
प्रधानाचार्या रोहिणी दहिया ने बताया कि इस टूर्नामेंट में मैन ऑफ द सीरीज ऑफ द टूर्नामेंट इवान शर्मा रहे, जिन्होंने बैटिंग और बोलिंग में बेहतरीन प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट की विनर और रनर अप टीम के सभी खिलाड़ियों को ट्रॉफी से नवाजा गया। विजेता टीम एवं रनर अप टीम को ट्रॉफी से विभूषित कर पुरस्कृत किया गया। अतिथियों, टूर्नामेंट प्रबंधन, स्टाफ सदस्यों और अभिभावकों ने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान मुख्याध्यापिका सरिता विज, प्रतिभागी खिलाड़ियों के अभिभावकों ने टूर्नामेंट का आनंद उठाया। अभिभावक नन्हें खिलाड़ियों को मैदान देख उत्साहित नजर आए।
प्रधानाचार्या रोहिणी दहिया ने नन्हें खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि इस तरह के टूर्नामेंट डीपीएस पानीपत सिटी में हर वर्ष होते हैं, ताकि नन्हें विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ खेल क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का अवसर मिल सके। छोटी आयु में ही उनकी प्रतिभा का पता लगे। उन्होंने कहा कि हम इन्हीं बच्चों में कल के भारत का भविष्य देख सकते हैं। विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ खेल प्रतियोगिताओं में भी बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।