हरियाणा में निकाय चुनाव के बीच Congress ने फरीदाबाद और गुरुग्राम के 5 नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया। इनमें पटौदी के पूर्व विधायक रामबीर सिंह का नाम भी शामिल है, जो पहले हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
रामबीर सिंह ने 15 फरवरी को कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया था। वह अपनी बहू के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने पर्ल चौधरी को मैदान में उतारा। उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रिश्तेदारों को ही टिकट दिया जा रहा है। इससे पहले कांग्रेस 9 और नेताओं को पार्टी से निकाल चुकी थी, जिनमें पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी और रामनिवास राड़ा का नाम भी शामिल था।

फरीदाबाद जिले के वार्ड नंबर 9 से कांग्रेस प्रत्याशी हरविंद्र कौर ने पहले भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया था। लेकिन अब उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और फिर से कांग्रेस में लौट आईं। हरविंद्र ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायक सतीश फागना ने उन पर मानसिक दबाव बनाया था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ लाखों रुपए लेकर समर्थन देने की अफवाहें झूठी हैं।
गौरतलब है कि हरविंद्र का नामांकन पहले ही कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में हुआ था, जबकि आम आदमी पार्टी ने भी उन्हें अपना प्रत्याशी बताया था। अब भाजपा को दिया गया समर्थन वापस लेकर उन्होंने साफ कर दिया कि वह कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ेंगी। हरियाणा में निकाय चुनावों के बीच कांग्रेस में लगातार गुटबाजी, दलबदल और बगावत के हालात बने हुए हैं।