यमुनानगर के अतिथि अध्यापकों ने लघु सचिवालय से जगाधरी बस स्टैंड तक रोज मार्च निकालते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए अपने प्रमाण पत्रों की प्रतिलिपियां जलाई। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापकों का जान बूझकर भाजपा सरकार शोषण कर रही है।
यमुनानगर जिला लघु सचिवालय से पिछले चार दिनों से नियमित किए जाने की मांग को लेकर सैंकड़ों अतिथि अध्यापक धरना देते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अतिथि अध्यापकों की नियमित किए जाने की मांग को करने के लिए तैयार नहीं है। जिसके विरोध में पिछले चार दिनों से यमुनानगर में अतिथि अध्यापकों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में आज सैंकड़ों अतिथि अध्यापकों ने अपने प्रमाण पत्र की प्रतिलिपियां जलाकर सरकार का विरोध जताया। विरोध जताते हुए सैंकड़ों अतिथि अध्यापकों ने काली पट्टियां लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि कि वह पिछले 19 वर्षों से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज तक भी उनको सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का कोई लाभ नहीं मिल पाया है।

झूठी बयानबाजी करते है मुख्यमंत्री खट्टर
जिला प्रधान नैना यादव ने बताया कि सरकार ने कहा था कि हम सभी अतिथि अध्यापकों को रेगुलर कर देंगे, लेकिन अब तक भी सरकार ने हमें नियमित नहीं किया है, ना ही हम लोगों को किसी तरह की कोई आयुष्मान सेवा का कोई लाभ नहीं मिल पाया है। हमें चिकित्सा सुविधा के लिए कोई सुविधा नहीं मिल पाई है। आज हम कड़ाके की ठंड में अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़कों पर उतरने पर मजबूर हो रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार अपना अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर झूठी बयानबाजी करते हैं। सरकार ने अतिथि अध्यापकों से जो वायदे किए थे, उनमें से कोई भी वायदा पूरा नहीं किया है।