राम रहीम ने जेल से 21 दिन की फरलो के बाद एक वीडियो के माध्यम से डेरा सच्चा सौदा समर्थकों से उत्तर प्रदेश नहीं आने की अपील की है। उन्होंने अपने समर्थकों से उस जगह रहने की अपील की है, जहां उन्हें जिम्मेदार और सज्जन कहा जाए। राम रहीम ने कहा कि वह यकीन रखते हैं कि उनके समर्थक उनकी गुजारिश को पूरा करेंगे।
बताया जा रहा है कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राम रहीम को फरलो मिला है और उन्होंने अपने समर्थकों से यूपी नहीं आने की अपील की है। इससे पहले भी उन्हें पंजाब और हरियाणा में चुनाव से पहले पैरोल देने के आरोप लगे हैं। गुरमीत राम रहीम का आश्रम राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में है और यहां उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। इससे पहले भी उन्होंने सात बार जेल से बाहर आए हैं और इस बार वह 8वीं बार फरलो के माध्यम से बाहर आए हैं। उनके आश्रम पहुंचने पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था की है और समर्थकों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
जेल से बाहर आते ही रिसीव करने पहुंची थी हनीप्रीत
बता दें कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को मंगलवार को 21 दिन की पैरोल मिली है। यह 8वीं बार है, जब उन्हें पैरोल मिली है। उनके कई मामलों में सजा हो चुकी है और वे सुनारिया जेल में बंद हैं। इस बार पैरोल मिलने के बाद भी उन्हें बड़ी सुरक्षा के साथ जेल से बाहर जाने की इजाजत मिली थी। ऐसा माना जा रहा है कि राम रहीम को राजस्थान के विधानसभा चुनाव के लिए पैरोल मिली है, जो 25 नवंबर को हैं। जेल से बाहर आते ही हनीप्रीत रिसीव करने पहुंची। जिसके बाद वह 6 गाड़ियों के काफिले के साथ उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुआ। वहीं अब कुछ मिनटों पहले ही रामरहीम बागपत जिले में स्थित बरनावा डेरे में पहुंच गया है। जहां पहले से ही काफी संख्या में अनुयायी मौजूद रहने की सूचना प्राप्त हो रही है।
चुनावी मुद्दे से जोड़ा जा रहा मामला
मामले को चुनावी मुद्दे से भी जोड़ा जा रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि राजस्थान के हरियाणा बॉर्डर से लगते श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और दूसरे कई जिलों में राम रहीम के अनुयायियों की अच्छी-खासी संख्या है, इसलिए वो विधानसभा चुनाव पर भी नजर रख सकते है, जो कि 25 नवंबर को है।
इसी वर्ष जुलाई में मिली थी 30 दिन की पैरोल
राम रहीम को इसी साल जुलाई में 30 दिन की पैरोल मिली थी। उस दौरान भी वह रोहतक की सुनारिया जेल से निकलकर यूपी के बरनावा आश्रम में रहा था। पैरोल के लिए राम रहीम ने पांच दलीलें दी हैं। पहली बीमार मां को देखने के लिए, दूसरी अपनी गोद ली हुई बेटियों की शादी कराने के लिए, तीसरी यूपी आश्रम के आसपास अपने खेतों की देखभाल करने के लिए उसने पैरोल की डिमांड की है। इसके अलावा डेरा प्रमुख ने पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम की जयंती मनाने के लिए और खुद का जन्मदिन मनाने के लिए पैरोल में दलीलें दी हैं।