(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) हरियाणा के पानीपत जिले के खंड समालखा में आज सिंखों के नौवें गुरु,गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस श्रद्धा-सत्कार के साथ मनाया गया। इस उपलक्ष में श्री सुखमणी साहिब के पाठ किए गए। इस अवसर पर गुरुद्वारा कमेटी प्रधान जगतार सिंह बिल्ला व प्रधान गोपाल सिंह ने गुरु जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ‘गुरु तेग बहादुर ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए खुद को कुर्बान कर दिया।
जब कश्मीरी पंडितों ने उन्हें बताया कि उन पर मुगल किस प्रकार के अत्याचार कर रहे हैं तो उन्होंने कहा जाओ औरंगजेब को बता दो कि पहले वह मेरा धर्म परिवर्तन कराए इसके बाद ही वह किसी अन्य का धर्म परिवर्तन करा सकता है। वह दिल्ली आए और यहीं चांदनी चौक पर उन्होंने खुद को कुर्बान कर दिया। जिन लोगों ने उन्हें मारने का आदेश दिया,वे चले गए, लेकिन लाखों लोगों ने गुरु जी के मार्ग का अनुसरण किया जिसने खुद को कुर्बान किया इसलिए उन्हें 400वर्ष बाद भी हिंद की चादर के नाम से जाना जाता है।