हरियाणा के गुरुग्राम में एक युवक ने नौकरी प्राप्त करने के लिए दिए हुए रुपए वसूलने के लिए बंदूक की नोक अपने दोस्त को किडनैप कर लिया। घटना के बारे में गुरुग्राम पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी युवक और उसके दो साथी दोस्त मिलकर एक युवक को गुरुग्राम से उठाकर सोनीपत ले गए। इसके पश्चात युवक की मां ने पुलिस में शिकायत की और परिणामस्वरूप पुलिस ने आरोपियों को 15 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि आरोपियों का पता लगाने पर पुलिस ने सोनीपत जिले में एक महिला की शिकायत पर ध्यान केंद्रित किया। शिकायत के अनुसार उसके बेटे को एम3एम सोसाइटी से किडनैप कर लिया गया था। पुलिस ने तकनीकी जांच करते हुए आरोपियों को सोनीपत में गिरफ्तार किया और किडनैप किए गए युवक को उनकी कब्जे से मुक्त कराया। गुरुग्राम पुलिस के अनुसार आरोपी युवक संदीप और किडनैप किए गए युवक मनोज दोनों ही दोस्त थे। मनोज ने अपने भांजे को बैंक में नौकरी लगवाने का आशीर्वाद दिया था और इसके बदले में संदीप ने अपनी जमीन बेचकर मनोज को 15 लाख रुपए दिए थे। हालांकि मनोज को नौकरी नहीं मिली और उसने संदीप से पैसे वापस नहीं किए। जिस पर संदीप ने दोस्तों के साथ मिलकर योजना बनाई और किडनैपिंग का प्रयास किया। योजना के अनुसार तीनों आरोपी 1 फरवरी को मनोज की कार में पहुंचे और उसे उठा लिया। पुलिस की सक्रिय पहल के बाद आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया और किडनैप किए गए युवक को छुड़ाया गया।

घटना के बाद संदीप ने बताया कि मनोज ने उसकी मांग पर रुपए वापस नहीं किए और इसके बाद उनमें विवाद हुआ। मनोज ने उसकी आई20 कार और बाकी के 8 लाख रुपए दे दिए, लेकिन उसने विवाद के बाद गायब हो जाने का इलाज किया। मामले में ये साबित होता है कि नौकरी प्राप्त करने के लिए रुपए वसूलने का प्रयास करना गलत है और यह विधिवत द्वारा सुलझाना चाहिए।
