Gurugram स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती एक एयर होस्टेस के साथ ICU वार्ड में कथित डिजिटल रेप के मामले में गिरफ्तार आरोपी दीपक कुमार ने पुलिस पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। आरोपी ने कहा,
“नीयत बिगड़ गई थी…मुझे माफ कर दो।”
वहीं, आरोपी के पिता ने भी अस्पताल पहुंचकर मीडिया से कहा कि
“बेटे ने अगर गलती की है तो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए।”
CCTV फुटेज से हुआ खुलासा, आरोपी ICU में 16 मिनट तक रुका
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी टेक्नीशियन दीपक वारदात के समय ICU में करीब 16 मिनट तक मौजूद था, जबकि उसका वास्तविक कार्य वहां मात्र 2 मिनट का था। आरोपी के मोबाइल की हिस्ट्री खंगालने पर यह भी सामने आया कि उसने डिजिटल रेप से पहले और बाद में पोर्न फिल्में देखीं, जिससे पुलिस को शक है कि वह पोर्न एडिक्शन से ग्रसित है।
अर्ध-चेतना में थी पीड़िता, आरोपी ने वेस्टबैंड नापने के बहाने किया यौन शोषण
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह घटना के समय अर्ध-चेतना में थी। एक पुरुष ने ICU में मौजूद नर्सों से उसकी जानकारी ली और खुद ही वेस्टबैंड का साइज चेक करने के बहाने उसके प्राइवेट पार्ट में उंगली डाल दी। पीड़िता ने बताया कि वह हिल-डुल नहीं पा रही थी, इसलिए विरोध नहीं कर सकी।
कैसे हुआ आरोपी का पता?
- 6 अप्रैल की रात 9 बजे की CCTV फुटेज में दीपक ICU में जाते हुए देखा गया।
- ड्यूटी रजिस्टर से पुष्टि हुई कि वह उस समय ड्यूटी पर था।
- SIT ने 800 से अधिक फुटेज खंगालने के बाद आरोपी की पहचान की।
- अस्पताल के 60 से ज्यादा कर्मचारियों से पूछताछ की गई।
सरकार भी हुई सक्रिय, मेडिकल बोर्ड करेगा जांच
हरियाणा सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गुरुग्राम CMO से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने कहा है कि एक मेडिकल बोर्ड के जरिए सोमवार को पीड़िता की दोबारा मेडिकल जांच कराई जाएगी।
आरोपी की पृष्ठभूमि
- आरोपी दीपक बिहार के मुजफ्फरपुर का निवासी है।
- 2019-2022 में एक निजी संस्थान से BSc (OT) की डिग्री ली।
- मेदांता में पिछले 5 महीने से ICU टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत था।
- अब उसे अस्पताल से निलंबित कर दिया गया है।
क्या होता है डिजिटल रेप?
डिजिटल रेप उस अपराध को कहते हैं जिसमें किसी के प्राइवेट पार्ट में अंगुली या अन्य वस्तु डाली जाती है, और यह बलात्कार की श्रेणी में आता है। यह भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत दंडनीय अपराध है।