Model Divya Pahuja Murder Case Update : हरियाणा के जिला गुरुग्राम में मॉडल दिव्या पाहुजा हत्याकांड के 90 दिन बीत चुके हैं। जैसे-जैसे मामले में दिन बढ़ते जा रहे हैं, उसी प्रकार नए पहलु भी सामने आ रहे हैं। बता दें कि होटल सिटी प्वाइंट के मालिक अभिजीत ने दिव्या पाहुजा की गोली मारकर हत्या की थी। दिव्या पाहुजा हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर रहे संदीप गाडौली की प्रेमिका थी और उसी की हत्या के मामले में जेल में रही थी। उसकी हत्या के बाद लाश खुर्द-बुर्द करने का रहस्य अब सामने आने लगा है। गुरुग्राम पुलिस ने मामले में कोर्ट में चार्जशीट पेश की है। जिसमें अभिजीत ने हत्या और उसमें शामिल आरोपियों के बारे में पूरा रहस्य उजागर किया है।
गौरतलब है कि मॉडल दिव्या पाहुजा हत्याकांड में अभिजीत सिंह, उसका पीएसओ प्रवेश, दूसरी गर्लफ्रेंड मेघा, होटल कर्मचारी हेमराज, ओमप्रकाश और बलराज को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अभिजीत ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि दिव्या पाहुजा से उसकी मुलाकात वर्ष 2014 में हुई। दिव्या उसके होटल सिटी प्वाइंट के पास बस स्टैंड पर आती थी। उसके और दिव्या के बीच अवैध संबंध थे। दिव्या वर्ष 2016 में गैंगस्टर संदीप गाडौली की हत्या के मामले में जेल चली गई। जुलाई 2023 में उसकी जमानत हुई तो वह उससे मिलने पहुंची। मैं दिव्या पाहुजा को रुपये देता रहता था। अभिजीत के अनुसार मैंने दिव्या को साढ़े 3 लाख रुपये दिए। इसमें 1.40 लाख का मोबाइल भी शामिल है। इस बीच दिव्या उससे 30 लाख रुपये मांगने लगी। वह धमकाने लगी कि अगर रुपये नहीं दिए तो उसके परिवार और दोस्तों को सब कुछ बता देगी।
अभिजीत के अनुसार दिव्या पाहुजा 1 जनवरी को उसके दिल्ली स्थित जे-21 में आई और इस दौरान वह रुपये मांगने लगी। वहां उसके दोस्त बैठे थे, इसलिए वह दिव्या को गुरुग्राम होटल ले आया। इसके बाद 2 जनवरी की सुबह 3:15 बजे वह दिल्ली से निकले और 4:15 बजे गुरुग्राम होटल पहुंचे। वहां उसके लिए कमरा नंबर 114 रिजर्व रहता था। उसकी चाबी नहीं मिली तो रूम नंबर 111 खुलवा लिया। इसके बाद वह और दिव्या उसी कमरे में सो गए। अभिजीत ने कहा कि दोपहर में सोकर उठे तो दिव्या ने मुझे कहा कि मैं समलैंगिक हूं, मुझे लड़की चाहिए। इस पर अभिजीत ने दिल्ली से अपनी दोस्त मेघा को बुला लिया। दोपहर 3:30 बजे उसकी मेघा से बात हुई। इसके बाद अचानक दिव्या पाहुजा उससे 30 लाख रुपये मांगने लगी। जिससे दबाव बढ़ता देख उसने दिव्या के माथे में गोली मार दी। जिससे दिव्या नीचे गिर पड़ी। कुछ देर बैड पर बैठने के बाद उसने रूम नंबर 114 खुलवाया। फिर वह होटल में घूमता रहा।
अभिजीत का कहना है कि 2 जनवरी को ही शाम 7:50 बजे मेघा का फोन आया कि वह होटल पहुंच चुकी है। इसके बाद मैं नीचे गया और मेघा की टैक्सी के रुपये काउंटर से दिलवा दिए। इसके बाद पहले मेघा को होटल दिखाया। इसके बाद उसे कमरा नंबर 111 में ले गया, जहां दिव्या की लाश पड़ी थी। जैसे ही मेघा अंदर गई तो मैंने उसे धक्का देकर बैड पर गिरा दिया। फिर कमरे की लाइट जलाई और दिव्या की लाश के चेहरे से कपड़ा हटा दिया। इसके बाद मेघा ने वह लाश देखी। उसने पूछा कि यह क्या कर दिया?, अभिजीत ने उससे कहा कि दिव्या बार-बार पैसे मांगती थी, इसलिए गोली मार दी। फिर मैंने मेघा को कहा कि कमरे में फैला सारा खून बाथरुम में डालकर फ्लश कर दो। दिव्या के फोन, कुछ कागजात और मेरा पिस्टल है, इसे कहीं फेंककर आएंगे। जब वह मेघा के साथ बाहर निकला तो चाबी अंदर रह गई। इस वजह से कमरा लॉक हो गया। इसके बाद हम बीएमडब्ल्यू गाड़ी में बैठकर वहां से निकल गए। फिर दिव्या का मोबाइल, कागज और सफेद कपड़े में लपेटी पिस्टल झाड़ियों में फेंक दी।
अभिजीत के अनुसार उसने होटल से बाहर आते वक्त कहा था कि दिव्या की हत्या कर दी है। मुझे वहां से फोन आया कि होटल में पुलिस आई हुई है। मैंने वापस आते वक्त मेघा को गुरुग्राम बस स्टैंड पर उतार दिया। फिर होटल जाकर पुलिस को गुमराह कर वापस भेज दिया। इसके बाद उसने नौकरों से लाश वाले कमरे का ताला तुड़वाया और 5-5 लाख रुपये का लालच दिया। पुलिस के जाने के बाद नौकर हेमराज और ओमप्रकाश से दिव्या की लाश वाले कमरे का लॉक तोड़ने के लिए पेचकस, हथौड़ी, प्लास मंगवाए। लॉक टूटने के बाद हेमराज और ओमप्रकाश ने दिव्या की डेडबॉडी और खून देखा।
इसके बाद उन दोनों ने दिव्या की लाश को सफेद चादर और लाल कंबल में लपेटा। मैंने दोनों के साथ मिलकर लाश को बीएमडब्ल्यू गाड़ी की पिछली सीट पर रखवा दिया। इसके बाद उसने अपने दोस्त बलराज को फोन कर रवि के साथ आने को कहा। इसके बाद दोनों को अलमारी में पड़े 7 लाख रुपये भी लाने को कहा। फिर गुरुग्राम के मेन बस स्टैंड पर दिव्या की डेडबॉडी वाली बीएमडब्ल्यू दोनों को दे दी। उन्हें कहा कि 7 लाख रुपये भी वहीं रख लें। गाड़ी में पड़ी दिव्या की लाश को नहर में फेंकने की बात कहीं।