Gurugram में दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे 48 पर स्थित खेड़की दौला टोल प्लाजा पर समय सीमा समाप्त होने के आठ साल बाद भी टोल वसूला जा रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2017 में इस टोल को शिफ्ट करने की घोषणा की थी, जबकि तीन साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इसे स्थानांतरित करने की बात कही थी, लेकिन आज तक इसे शिफ्ट नहीं किया जा सका।
लोक लेखा समिति (पीएसी) का दौरा:
गुरुवार को संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सदस्य खेड़की दौला टोल का दौरा करने पहुंचे, जहां सांसदों ने यह जानकर हैरानी जताई कि इस टोल की समय सीमा 2018 में ही समाप्त हो चुकी है, फिर भी यह क्यों चल रहा है। पीएसी द्वारा उठाए गए सवालों के बाद अब गुरुग्राम के लोगों को इस टोल के शिफ्ट होने की उम्मीद जगी है।
गुरुग्राम की आबादी प्रभावित:
इस टोल के कारण गुरुग्राम, मानेसर और आसपास की 40 से अधिक सोसायटियों की आबादी प्रभावित हो रही है। टोल हटाने के लिए लोग “टोल हटाओ संघर्ष समिति” बनाकर आंदोलन कर रहे हैं। हर रोज़ हज़ारों यात्री पीक ऑवर्स में जाम में फंसते हैं। 30 मिनट से एक घंटे तक जाम लगना आम बात हो गई है।
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष का बयान:
द्वारका एक्सप्रेसवे आरडब्ल्यूए अध्यक्ष यशीष यादव ने कहा, “हम कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं। टोल हटाने के लिए हमने भूख हड़ताल भी की, लेकिन अधिकारी और टोल प्रबंधन मुनाफा कमा रहे हैं। आम जनता की परेशानी को कोई नहीं समझता।”
पीएसी सदस्य की प्रतिक्रिया:
पीएसी अध्यक्ष केसी वेणुगोपाल ने कहा, “लोक लेखा समिति राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल संग्रह की देखभाल कर रही है, और हमने यह दौरा किया है। हमें जनता से कई शिकायतें मिल रही हैं, जिनकी हम जांच कर रहे हैं।”
बीजेपी सांसदों का बयान:
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, “भारत माला परियोजना का चरण 3 साल में पूरा होना था, लेकिन अब तक यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ है। 2020-21 में समाप्त हो चुके टोल को अब तक क्यों नहीं स्थानांतरित किया गया, यह बड़ा सवाल है।”
नीतिगत मामला बताकर अधिकारी ने किया पल्ला झाड़ा:
एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह नीतिगत मामला है और इस पर कोई निर्णय मुख्यालय स्तर पर लिया जाएगा। फिलहाल हमें इस मामले में कोई निर्देश नहीं मिला है।
गुरुग्रामवासियों के लिए राहत की उम्मीद:
टोल के स्थानांतरण की उम्मीद अब गुरुग्रामवासियों के बीच और अधिक बढ़ गई है, खासकर पीएसी के दौरे के बाद। अगर यह योजना जल्द लागू होती है, तो इस टोल प्लाजा से गुजरने वाले लाखों लोगों को राहत मिल सकती है।