haryan mein naya daur kaayam karana hai : berender singh

Haryana में नया दौर कायम करना है तो देवीलाल जैसे महापुरूषों के लिए पार्टी या इंसान का बंधन नहीं होना चाहिए : बीरेंद्र सिंह

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भाजपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों के हक की लड़ाई लड़ने की तरकीब और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने वाले भारत की राजनीति में स्व. देवीलाल की 110वीं जयंती पर पहुंचे लोगों देश की राजनीति में कर्तव्य और निष्ठा की राजनीति में जरूरत है। हम पार्टियों में बंधकर अपने महान नेताओं के लिए अलग-अलग जाएं, लेकिन हमें इन चीजों से उठकर देश की राजनीति चलानी है। हरियाणा के अंदर एक नया दौर कायम करना है तो देवीलाल जैसे महापुरूषों के लिए किसी पार्टी या इंसान का बंधन नहीं होना चाहिए। सबको मिलकर अपने श्रद्धासुमन उन्हें अर्पित करने चाहिए।

बीरेंद्र सिंह ने कहा कि लड़ाई दो प्रकार की होती है, कोई यूनियन बनाते हैं तो कोई एसोसिएशन बनाते है। अपने-अपने काम और लक्ष्य की पूर्ति करने के लिए बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जिसके लिए संघर्ष करते हैं, लेकिन किसान और गरीब कमेरे वर्ग और उनके लिए जो आर्थिक असमानता का शिकार हैं। मैं कल पढ़ रहा था कि एक तरफ तो 200 रुपये कमाने वाला परिवार है तो दूसरी तरफ 1200 करोड़ रुपये से अधिक कमाने वाले हैं। ऐसी असमानता से कभी गरीबी दूर नहीं हो सकती। कमेरा वर्ग मेहनत करके परिवार का पेट पालता है, लेकिन 70 साल की आजादी में आज भी किसान और कमेरा वर्ग गरीबी का शिकार है।

भाजपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस पुरानी लड़ाई को लड़ने के लिए जो देवीलाल ने अभियान चलाया था। हमें इस लड़ाई को जाति-पाति, धर्म और मान्यताओं से आगे आकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। उन्होंने जो इस लड़ाई का बिगुल बजाया था, हमें उसे पूरा करना है। मैं आपसे वादा करता हूं कि जब तक जीवित रहूंगा, कमेरे और किसान वर्ग के हकों की लड़ाई लड़ता रहूंगा।

इनेलो पार्टी वापस दिला सकती है किसान और कमेरे वर्ग की चौधर : केसी त्यागी

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि मेरा कमेरे और किसान वर्ग को यही कहना है कि जो चौधर आपकी खत्म हुई है, उसे इनेलो पार्टी ही वापस दिला सकती है। अगर सभी लड़ाईयों को लड़ना है तो एक होना पड़ेगा। जब तक संपूर्ण एकता नहीं होगी, तब तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार को हराना नामुकिन होगा। यह इनेलो के बिना संभव नहीं है। चौधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला की विरासत को अभय सिंह चौटाला ने आगे बढ़ाने का काम किया है। कैथल और फतेहाबाद की रैली ने यह साबित कर दिया है।

इनेलो को झटका, रैली में शामिल नहीं हुए सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव

हरियाणा के कैथल की नई अनाज मंडी में आयोजित ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती पर राज्य स्तरीय सम्मान दिवस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूरी बना ली है। वह इनेलो की रैली में शामिल नहीं होंगे। साथ ही उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की भी रैली में पहुंचने की संभावनाएं कम जताई जा रही हैं। बता दें कि इनेलो ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रैली के लिए मुख्यातिथि के रूप में न्योता दिया था। उनके इनेलो की रैली में नहीं पहुंचने से पार्टी को धक्का लगा है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार अब हरियाणा की बजाय बिहार में होने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कैथल में आयोजित इनेलो की सम्मान दिवस रैली में नहीं आने से इनेलो को यह बड़ा झटका लगा है। वहीं रैली को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भी कैथल पहुंचने की संभावनाएं कम जताई जा रही हैं। जेडीयू के प्रवक्ता ने पटना में पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जयंती समारोह में मुख्यमंत्री के शामिल होने की बात कहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पुरखों का सम्मान करते हैं। वहीं एक जरूरी बात यह भी है कि नीतीश कुमार ने आज ही कैबिनेट की बैठक को भी बुलाया है, जबकि बिहार में आमतौर पर कैबिनेट की बैठक मंगलवार को होती है।

गौरतलब है कि इनेलो की ओर से जम्मू कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला, NCP से शरद पवार को भी कैथल रैली का निमंत्रण दिया गया है, जबकि ​शिरोम​णि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल, पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ​​सिंह सहित अन्य नेता पहुंचेंगे। इनेलो की रैली में जेड प्लस की सुरक्षा वाले दो नेता के भी पहुंचने की बात कहीं जा रही है। वहीं इनेलो सुप्रीमो और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला रैली स्थल पर पहुंचने के लिए विश्राम गृह से रवाना हो गए हैं। उनके कुछ ही देर में रैली स्थल पर पहुंचने की बात कहीं जा रही है।

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रैली में मंच के माध्यम से भाजपा-जजपा पर जमकर बरसीं सुनैना चौटाला

इस दौरान मंच के माध्यम से इनेलो नेत्री सुनैना चौटाला ने अपने भाषण के माध्यम से भाजपा और जजपा की गठबंधन सरकार को आड़े हाथों लिया है। सुनैना चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन की नहीं, बल्कि ठग बंधन की सरकार है। सुनैना चौटाला ने जजपा की किसान विजय सम्मान दिवस रैली पर चुटकी लेते हुए कहा कि हरियाणा पार का नारा लगाने वाली जजपा को राजस्थान में जमीन ढूंढनी पड़ रही है।

आज वक्त की डिमांड, उठो और खड़े हो जाओ

मंच से गरजीं सुनैना चौटाला ने कहा कि जब तक अभय को सीएम न बना लो, इनेलो का राज न बना लो और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के हाथ मजबूत न कर दें, हम चैन से नहीं बैठेंगे। कैथल में इनेलो की रैली मंच से आज वक्त की डिमांड है, उठ जाओ एक साथ खड़े हो जाओ। इस देश को बीजेपी से मुक्त करवाना ही इनेलो का उद्देश्य है। वहीं रैली की शुरुआत से पहले कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर सिंहासन खाली करो, अब अभय चौटाला की बारी है, के नारे लगाएं।

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कैथल में ताऊ देवीलाल जयंती पर इनेलो की रैली आज, पार्टी की दशा बदलने का कर सकती है काम

हरियाणा के कैथल की नई अनाज मंडी में इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से आज ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती पर राज्य स्तरीय सम्मान दिवस रैली का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में कुछ ही देर में देश व प्रदेश के दिग्गज नेताओं के पहुंचने की बात कहीं जा रही है। रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी से शरद पवार के पहुंचने की संभावना है। साथ ही ​शिरोम​णि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल, पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ​​सिंह सहित अन्य नेता रैली में पहुंचेंगे।

हरियाणा में लोकसभा चुनाव से ठीक 6 महीने पहले और विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती पर कैथल में होने जा रही रैली कई मायनों में महत्वपूर्ण होगी। यदि सब कुछ संभावनाओं के अनुरूप हुआ तो रैली प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दे सकती है। वर्ष 2024 में होने वाली चुनावों के मध्यनजर रैली इनेलो की दशा बदलने का काम कर सकती है। रैली की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पंडाल सज चुके हैं और चारों तरफ कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। जहां रैली में इंडिया गठबंधन के नेताओं के पहुंचने की बात की जा रही है, वहीं आम आदमी पार्टी ने रैली में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है। उधर कांग्रेस को लेकर भी संशय बना हुआ है। इनेलो का दावा है कि यह रैली उनकी ही पार्टी के सभी रिकॉर्ड तोड़ने का काम करेगी।

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पंडाल में दो लाख से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था, डॉग स्क्वायॅड टीम कर रही मंच की जांच

कैथल में आयोजित इनेलो की सम्मान दिवस रैली के लिए नई अनाज मंडी में बनाए गए पंडाल में दो लाख से अ​धिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। पंडाल 850 फीट लंबा और 250 फीट चौड़ा है। मुख्य मंच पर देश-प्रदेश के दिग्गज नेताओं के लिए अलग से कुर्सियां लगाई गई हैं। जिनकी डॉग स्क्वायॅड टीम के द्वारा निरीक्षण कर जांच की जा रही है। मंच के सामने रंगोली सजाने का काम तत्परता से किया जा रहा है। रैली स्थल पर खाद्य पदार्थों के स्टॉल भी लगाए गए हैं। जिनमें गोहाना के मातूराम की जलेबी वाली स्टॉल प्रमुख है। स्टॉल के संचालक का कहना है कि ताऊ देवीलाल भी उनकी दुकान की जलेबी खाया करते थे। उधर रैली को लेकर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला रविवार देर शाम कैथल के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में पहुंच चुके हैं।

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सम्मान दिवस रैली को लेकर प्रदेश के शीर्ष नेताओं की बढ़ी बेचैनी

हरियाणा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल अभी से शुरू हो गई है। इसी कड़ी में I.N.D.I.A गठबंधन में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के शामिल होने की अटकलों के बीच इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कुछ ऐसा किया है, जिससे हरियाणा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में बेचैनी पैदा हो गई है। सोमवार को इनेलो के संस्थापक चौधरी देवीलाल की जयंती के मौके पर अभय सिंह चौटाला कैथल में अपनी सात महीने की परिवर्तन पदयात्रा को वश्राम देंगे। जिसके तहत भी रैली का आयोजन किया गया है। इससे पूर्व इनेलो की पदयात्रा 24 फरवरी से शुरू हुई थी। जिसके तहत अभय चौटाला अब तक 82 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं।

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पहले लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह पहुंचेंगे बड़े नेता
इनेलो की राज्य स्तरीय सम्मान दिवस रैली में शामिल होने वाले सभी बड़े नेता पहले लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में पहुंचेंगे। जहां पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की ओर से उनका स्वागत किया जाएगा। इसके बाद यहां से सभी एक साथ रैली स्थल पर पहुंचेंगे। इनेलो पार्टी 2024 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी पूरी ताकत झोंकना चाहती है। साथ ही इस रैली के माध्यम से अपनी ताकत का अंदाजा लगाना चाहती है कि वह 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपनी नैया को कितना पार लगा सकती है। बता दें कि इनेलो हरियाणा में वर्ष 2004 से सत्ता से दूर है। पार्टी रैली के माध्यम से दोबारा सत्ता में आने का प्रयास कर रही है।

जजपा राजस्थान के सीकर में करेगी शक्ति प्रदर्शन

उधर स्वर्गीय ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती पर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला राजस्थान के सीकर जिले में किसान विजय सम्मान दिवस रैली में अपना राजनैतिक दम दिखाकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक आठ महीने पहले जजपा पार्टी के बनने के कारण इनेलो को झटका लगा था। एक तरफ इनेलो की पार्टी जहां कैथल में ताऊ देवीलाल की जयंती मना रही है। वहीं प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा राजस्थान के सीकर में देवीलाल की जयंती किसान सम्मान दिवस के रूप में मना रही है।

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