हरियाणा के सभी 22 जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया है। सुबह से ही इन जिलों के 45 शहरों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चलने की भी संभावना है, इससे तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जाएगी।
दोपहर तक के लिए कैथल, नरवाना, कलायत, थानेसर, गुहला, पिहोवा, शाहाबाद, अंबाला, कालका, भिवानी, रोहतक, बवानीखेड़ा, हाँसी, हिसार, आदमपुर, नारनौल, फतेहाबाद, सोनीपत, गन्नौर समालखा, बापौली, घरौंदा, करनाल, इंद्री रादौर, महम, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों ईद पानीपत असंध, कलायत रतिया, थानेसर, पेहोवा, बराड़ा, जगाधरी छछरौली, नारायणगढ़, पंचकूला में बारिश की संभावनाएं बनी हुई है। इन शहरों में बादल छाए हुए हैं। यहाँ गरज-चमक के साथ मौसम विभाग ने हल्की मध्यम बारिश होने के आसार बताए हैं।
मौसम विभाग ने जताएं हल्की बारिश के आसार
वहीं 1 जून से अब तक सूबे में 405 एमएम बारिश हो चुकी है, हालांकि सूबे में अगस्त और सितंबर में काफी कम बारिश हुई है, जिस कारण दोनों महीने सूखे की श्रेणी में दर्ज किए गए हैं। आसमान की गरज़-चमक के देखकर मौसम विभाग ने हल्की बारिश होने के आसार बताएं हैं। मौसम विभाग ने जिताया है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाई भी चलने की संभावना है। इससे तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जाएगी
आगे ऐसा रहेगा मौसम
हरियाणा में अब मानसून विदाई की ओर है, ऐसे में बारिश की संभावनाएं अब सिर्फ 25 सितंबर तक ही हैं। मौसम विभाग के अनुसार 25 से पहले ही कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की इस घोषणा को लेकर धान के काश्तकारों ने राहत की सांस ली है। इसका कारण है कि इस समय किसान अपनी धान की तैयार फसल को काटने में लगे हुए हैं।
बारिश न होने पर बढ़ेंगी पराली जलाने की घटनाएं
हरियाणा में बारिश नहीं होने पर पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि शुरू हो जाएगी। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार बारिश की आशंका होने पर किसान पराली नहीं जलाते हैं, वहीं मानसून के हरियाणा से विदा होते ही हवाएं भी अपना रुख बदलेंगी। वह पूर्व से उत्तर पश्चिम की दिशा की ओर बहने लगेंगी। इससे जिलों में प्रदूषण बढ़ने के आसार और बढ़ जाएंगे।