हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक परिवार पर 20 घंटे के अंदर दूसरी बार दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। देर रात घर में गैस सिलेंडर फटने की वजह से झुलसने और मलबे में दबने के कारण मां-बेटी की मौत हुई और मंगलवार को दोपहर को परिवार के मुखिया की दुकान में आग लग गई। आग के कारण पहले घर तबाह हुआ और अब दुकान में रखा लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बहादुरगढ़ शहर के डाकखाने के साथ लगती प्रजापत कॉलोनी निवासी जितेंद्र की कॉलोनी से ही 500 मीटर दूर बैग की दुकान है। एक दिन पहले घर में हुए दर्दनाक हादसे में पत्नी और बेटी की मौत के बाद परिवार के लोग मंगलवार दोपहर को दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी में लगे हुए थे। इसी दौरान सूचना मिली की उनकी दुकान में आग लग गई है। सूचना के बाद कुछ लोग मौके पर पहुंचे।
इसके साथ ही आसपास के दुकानदारों ने मौके से गुजर रहे एक पानी के टैंकर को रोक कर अपने स्तर पर आग पर काबू पाया। हालांकि आग के कारण उसका लाखों रुपए का सामान जल चुका था। सूचना के बाद दमकल की गाड़ी भी मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले ही आसपास के लोगों ने आग पर काबू पा लिया था। सोमवार की रात गैस सिलेंडर फटने के कारण हुए ब्लास्ट की वजह से घर की छत तक उखड़ गई थी। जिसके मलबे में दबने और झुलसने के कारण मां-बेटी की मौत हो गई थी।
रसोई गैस चूल्हा चालू करते हुए हो गया था हादसा
बता दें कि सोमवार देर शाम जितेंद्र के प्रजापत कॉलोनी स्थित घर में गैस सिलेंडर फट गया था। हादसा उस वक्त हुआ जब जितेंद्र की पत्नी सुमन ने रसोई में चूल्हा चालू किया। इसी दौरान जोरदार ब्लास्ट हुआ और फर्श से लेकर घर की छत तक उखड़ गई। हादसे में 34 वर्षीय सुमन और उसकी 10 वर्षीय बेटी चारवी की मौत हो गई। इसके अलावा 8 साल की दूसरी बेटी प्रियल बुरी तरह झुलस गई। जिसका रोहतक पीजीआई में उपचार चल रहा है। हालांकि घर में गैस सिलेंडर फटने के कारण हुए हादसे की जांच पुलिस के अलावा दमकल विभाग की टीम भी कर रही है। मंगलवार दोपहर बाद सुमन और चारवी के शव का अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन इससे पहले ही दुकान में आग लगने की एक और बुरी खबर सामने आई। पुलिस अब दुकान में लगी आग के कारणों की भी जांच कर रही है।