हरियाणा के अंबाला और यमुनानगर जनपदों में तैयार हुई जहरीली शराब ने बड़ा कहर मचा दिया है। इस समय तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई और लोग गंभीर बीमार हैं। इस घटना के पीछे यमुनानगर और अंबाला के कुछ गाँवों में आई जहरीली शराब की सप्लाई का नेटवर्क है। इसके संबंधित, हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने जहरीली शराब के मामले में शांतिपूर्वक कार्रवाई का आश्वासन दिया है और बताया है कि इसमें शामिल लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
हादसे का पता चलते ही अंबाला और यमुनानगर के क्षेत्र में पुलिस ने सक्रिय रूप से काम करना शुरू किया है। यमुनानगर पुलिस ने खुद को स्थानीय गैंगस्टर मोनू राणा के साथ जोड़कर एक अवैध शराब के नेटवर्क को खोला है। मोनू राणा को शराब के बड़े नेटवर्क का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके माध्यम से जहरीली शराब को तैयार किया जा रहा था। यमुनानगर पुलिस के मुताबिक, मोनू राणा के साथ मिलकर अंबाला के कुछ गाँवों में तैयार की गई जहरीली शराब को आगे बेचा जा रहा था। इस शराब को बाँटने के लिए एक नेटवर्क बनाया गया था, जिसमें अधिकांश लोग मोनू राणा के साथ जुड़े थे।
मास्टरमाइंड को पकड़ने के बाद लगाए जाएंगे अभियोग
हरियाणा के गृहमंत्री ने इस घटना के पीछे गंगस्टर मोनू राणा और मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली की दोस्ती को उजागर करते हुए कहा है कि इसे गंभीरता से लिया जाएगा और इन आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके अलावा यमुनानगर पुलिस ने बताया कि मास्टरमाइंड मोगली और उसके साथी आरोपियों को पकड़ने के बाद उन पर भी अभियोग लगाए जाएंगे और वे भी प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पुलिस के सामने पेश होंगे।
पुलिस अधिकारियों ने दिए गहन से जांच के निर्देश
यमुनानगर में बिना पोस्टमार्टम के शराब पीकर मरने वालों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और भय का माहौल है। इस पूरे मामले की जांच के लिए हरियाणा पुलिस ने उच्च स्तरीय अधिकारियों को गहन जांच करने के लिए निर्देश दिए हैं, ताकि इस घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके। समझदारी और सतर्कता के साथ, पुलिस और स्थानीय अधिकारी इस मामले की जांच में जुटे हैं और जल्दी ही दोषियों को न्याय मिलने का संकेत दिया जा रहा है।