Haryana -Punjab के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लुधियाना के DMC अस्पताल से रिहा कर दिया गया है। बाहर आने के बाद डल्लेवाल ने कहा कि उन्हें जिस वार्ड में रखा गया था, वहां मोबाइल फोन तक ले जाने की अनुमति नहीं थी।
इससे पहले डल्लेवाल की रिहाई को लेकर पंजाब पुलिस व प्रशासन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। पंजाब पुलिस ने डल्लेवाल को रिहा करने की बात मान ली थी। जिसके बाद किसान डल्लेवाल को लेने के लिए खनौरी बॉर्डर से लुधियाना के लिए रवाना हो गए थे।
डल्लेवाल की रिहाई के पीछे की प्रक्रिया
बैठक: रिहाई को लेकर पंजाब पुलिस और प्रशासन की किसान नेताओं के साथ बैठक हुई।
फैसला: पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं की मांग मानते हुए डल्लेवाल को रिहा कर दिया।
किसानों की प्रतिक्रिया: डल्लेवाल को लेने के लिए किसान खनौरी बॉर्डर से लुधियाना रवाना हुए।
डल्लेवाल का संदेश
अस्पताल से रिहा होते ही डल्लेवाल ने किसानों को संदेश भेजा कि फूल-मालाओं से स्वागत न किया जाए। उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा और वो खनौरी बॉर्डर पहुंचने के बाद वह संबोधन करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल होंगे और उनका मरणव्रत जारी रहेगा।
प्रदर्शन की तैयारी
मरणव्रत जारी: डल्लेवाल की गैरमौजूदगी में पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे मरणव्रत पर बैठे।
1 दिसंबर का प्रदर्शन: किसानों ने 1 दिसंबर को पंजाब के सीएम भगवंत मान के खिलाफ संगरूर में प्रदर्शन करने का ऐलान किया।
बता दें कि 26 नवंबर को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत शुरू करना था। इससे पहले रात 2 बजे पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें खनौरी बॉर्डर पर टेंट से हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें लुधियाना के DMC अस्पताल ले जाया गया था।
इसके बाद किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग की। जिसमें फैसला हुआ कि पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे। आज उनके मरणव्रत का चौथा दिन है।