हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना में रविवार को सरपंचों की प्रदेश स्तरीय रैली का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान सरपंचों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे। वहीं रैली का आयोजन पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के हलके से ही सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर सिंह गिल द्वारा किया है। सरपंच लंबे समय से सरकार की ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरपंचों को संबोधित करते हुए अपने कार्यकाल के कार्यों को गिनवाए और कहा कि यह छोटी सरकार नहीं है, यह असली सरकार है। पंचायती राज महात्मा गांधी की परिकल्पना थी। ग्राम स्वराज की देन उन्होंने दी। यह रैली खाली जाने वाली नहीं है, यह पंचायती राज और प्रदेश की राजनीति में रंग लेकर आएगी।
इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में 11 हजार सफाई कर्मचारी गांवों में लगाए थे, जो बेचारे आज हड़ताल कर रहे हैं। सरपंचों, पंचों का मानदेय बढ़ाने का काम हमने किया, जो बढ़ता गया, अब फिर सरकार आएगी तो और बढ़ाएंगे। गांवों के विकास के लिए बहुत कार्य किए। उन्होंने कहा कि आज सरपंच शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं, आप अपनी शक्ति का इस्तेमाल करो। सरकार ने आज पोर्टल ई-टेंडरिंग लाकर भ्रष्टाचार के रास्ता खोला है। जिससे अधिकारियों का राज होगा, यह मुझे मंजूर नहीं है।

सरकार की नीयत ठीक नहीं : पूर्व सीएम
उन्होंने कहा कि मुझे बहुत तर्जुबा है, मैं जब सीएम बना तो बिजली के बिलों पर झगड़ा हुआ, आदमी भी मरे जींद में, मैंने कह दिया कि 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ करता हूं, अफसर कहने लगे नहीं होगा, लेकिन मैनें करके दिखाए, करने की नीयत होनी चाहिए। इस सरकार की नीयत ठीक नहीं है। हुड्डा ने कहा कि दोबारा सरकार बनने पर सबसे पहले बुजुर्गों की पैंशन 6 हजार रुपये की जाएगी, एमएसपी की लीगल गारंटी, गैस सिलेंडर सस्ता किया जाएगा, बिजली के 300 यूनिट फ्री की जाएगी। नंबरदारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नंबरदार मेरी जंगी फौज हैं, उनका भी पूरा सम्मान किया जाएगा।
हमारी सरकार में हरियाणा नंबर एक पर था
उन्होंने कहा कि आज सरकार कोई जनहितैषी नहीं बल्कि कोई भी फैसला लिया जाता है, वह जनविरोधी होता है। न किसान, न कर्मचारी, न मजदूर, न खिलाड़ी, न आशा वर्कर, हर किसी के खिलाफ फैसले हो रहे हैं। हमारी सरकार में हरियाणा नंबर एक था, अब बेरोजगारी, महंगाई, अपराध में नंबर एक बन रहे हैं। इसलिए आप फैसला करें कि इनसे पीछा छुड़ाना है या नहीं। सरपंचों द्वारा दिए गए मांग पत्र की मांगों को पूर्ण किया जाएगा। राइट टू-रिकॉल वापस लेंगे, ई-टैंडरिंग खत्म करेंगे। पंचायतों पर पूरा विश्वास रखेंगे।

पंचायत चुनाव में हकों पर कुठाराघात किया : उदयभान
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने कहा कि पहले प्रदेश की जनता को 2 साल तक चुनाव न करवाकर मूर्ख बनाते रहे, फिर और ज्यादा अधिकार संपन्न बनाने की डींग हांकी, लेकिन जब पंचायत चुनाव हुए तो फिर इनके हकों पर कुठाराघात किया गया। किसान, मनरेगा मजदूर, सफाई कर्मचारी, आशा वर्कर, नर्स सभी को कुचलने का काम किया, सरपंचों पर दमनकारी नीतियां अपनाई, अब उसका बदला लेने का समय आ गया है। वोट की चोट मारने का समय आ गया है।
ग्रामीण आंचल को लट्ठ मारने का काम किया
सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर गिल ने कहा कि सरपंचों पर लाठीचार्ज करना सरपंचों की बेईज्जती नहीं बल्कि प्रदेश की सभी 6200 से ज्यादा गांवों की बेईज्जती की, पूरे ग्रामीण आंचल को लट्ठ मारने का काम सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि हम सत्तासीन लोगों का ऐसा हाल करेंगे कि इनका एजेंट तक बूथ पर नहीं मिलेगा। हम बूथ स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।
हर क्षेत्र में कारपोरेट घरानों को लाना चाहते है
रणबीर गिल ने कहा कि यह लोग ग्रामीण क्षेत्र के दुश्मन हैं, पहले खेती पर काले कानून लाए, फिर गांव पर कानून लाए गए। हर क्षेत्र में कारपोरेट घरानों को लाना चाहते हैं। सरकार से वोट की चोट से बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सरपंचों को उनके अधिकार नहीं मिल जाते, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। प्रदेशाध्यक्ष रणबीर गिल ने मांगें रखते हुए कहा कि पंचायतों के अधिकार उन्हें दिए जाएं, राइट टू रिकॉल विवाद की जड़ है, इसे खत्म किया जाए, ई-टेंडर प्रणाली भ्रष्टाचार की जननी है, इसे बंद किया जाए, पंचायतों के प्रस्ताव में विधायक का हस्ताक्षेप न हो, पंचायतों के कार्य ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाना चाहिए।
कितने दिन बाकी है खट्टर साहब, दीये का तेज खत्म होने को
पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा कि आज सरपंचों के हकों पर कुठाराघात हो रहा है, लेकिन कितने दिन बाकी है खट्टर साहब, दीये का तेल खत्म होने को है, थोड़े दिन में बुझने वाला है। सरपंच गांव के सरदार हैं, ग्रामीणों ने इनके सिर पर पगड़ी बांधी है, इनका तो सम्मान पूजन होना चाहिए था, लेकिन सीएम खट्टर इनका लाठियों से स्वागत करते हैं। आज सरपंचों सहित लोगों को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हु्ड्डा से ही आशा है, वक्त का इंतजार है। हुड्डा के आने की आहट सीएम खट्टर सुन रहे हैं।
भीड़-आंदोलन जीत की निशानी : संतोष बेनीवाल
उपाध्यक्ष संतोष बेनीवाल ने कहा कि हमने हकों के लिए सरकार से लड़ाई लड़ी, लेकिन सरकार में बैठे लोग कहते रहे कि इनका आंदोलन लंबा नहीं चलने वाला, लेकिन यह भीड़ हमारी एकता का मिसाल और आंदोलन की जीत की निशानी है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अकेले सरपंचों की नहीं है, यह हर उस व्यक्ति की लड़ाई है, जो गांव में रह रहा है। हमारा प्रदेश हमेशा आपसी भाईचारे के लिए जाना जाता है, लेकिन सरकार ने लोगों को धर्म और जातियों में बांटने का काम किया। पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली मलाई खाने वाले उन लोगों में से एक हैं, जो पंचायती राज को दोनों हाथों से लूट कर खा रह हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में हर कोई खुशहाल था, किसी वर्ग की अनदेखी नहीं हुई थी, कांग्रेस सरकार हर वर्ग के साथ खड़ी रही और आज हर वर्ग सड़क पर है।
भूपेंद्र हुड्डा की तुलना की महाभारत के अर्जुन से
खाप नेता सूबे सिंह समैन ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तुलना महाभारत के अर्जुन और राहुल गांधी की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से कर डाली। उन्होंने कहा कि जब महाभारत में अधर्म पर धर्म की जीत करवानी थी तो श्री कृष्ण सुदर्शन चक्र थामे अर्जुन के साथ खड़े थे, उसी तरह अब अधर्म का नाश भूपेंद्र सिंह हुड्डा राजनीतिक तीर से करेंगे और उनके साथ राहुल गांधी अपना सुदर्शन चक्र लेकर उनके साथ रहेंगे। रैली में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व सांसद सुशील इंदौरा, पूर्व मंत्री परमवीर सिंह, विधायक जरनैल सिंह, खाप नेता सूबे सिंह समैन सहित हुड्डा गुट के काफी कांग्रेस नेताओं, पूर्व विधायकों व नेताओं ने भाग लिया। प्रदेशभर से भारी संख्या में सरपंचों व ग्रामीण भी रैली में उमड़े।
सरपंचों पर लाठीचार्ज करना बेहद शर्मनाक बात : बीबी बतरा
रैली में पहुंचने पर रणबीर गिल व अन्य नेताओं ने पगड़ी पहनाकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उदयभान, कुलदीप शर्मा का स्वागत किया। इस अवसर पर कांग्रेस नेता बीबी बतरा ने कहा कि सरपंचों पर लाठीचार्ज करना बेहद शर्मनाक बात है, यह लाठीचार्ज सरपंचों पर नहीं बल्कि लोकतंत्र पर हुआ है, क्योंकि सरपंच जनता द्वारा चुने प्रतिनिधि हैं। यह सरकार लोकतंत्र खत्म करने पर तुली है। आने वाले समय में भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे और सभी जन विरोधी कानूनों को निरस्त कर आपकी सलाह मशविरे से कानून बनाएंगे।