New Project 1

Gurugram Nigam कर्मचारी संघ जिला प्रधान-सचिव गिरफ्तार, काम न करने की दी थी धमकी, ठेकेदार से जबरन उगाही

गुरुग्राम बड़ी ख़बर हरियाणा

हरियाणा के गुरुग्राम की सिविल लाइन पुलिस ने नगर निगम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान और सचिव को ठेकेदार से जबरन उगाही करने के जुर्म में गिरफ्तार किया है। एसीपी क्राइम वरुण दहिया की माने तो थाना सिविल लाइन गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि वह गुरुग्राम म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में बतौर ठेकेदार काम करता है। नगर निगम में सफाई-कूड़ा आदि के संचालन-मेंटेनेंस का कार्य देखता है।

नगर निगम कर्मचारी संघ के सचिव नरेश, जिला प्रधान राम सिंह व राजेश नाम के व्यक्ति प्रत्येक महीना 25 हजार रुपए दबाव डालकर मांगते हैं। नहीं देने की सूरत में बाधा व नुकसान पहुंचाते हैं। उन लोगों द्वारा 3 लाख रुपयों की अवैध वसूली की जा चुकी है। जनवरी से अब तक के पैसे नहीं देने की सूरत में गंभीर परिणाम भुगतने व गाड़ी नहीं चलने देने की धमकी दे रहे हैं। इस शिकायत पर थाना सिविल लाइन गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए केस की जांच गुरुग्राम पुलिस की क्राइम यूनिट सेक्टर-17 को सौंपी गई। सेक्टर-17 क्राइम यूनिट ने आरोपियों को जबरन उगाही के रुपए लेते हुए काबू करने के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की। शिकायतकर्ता को 1 लाख 25 हजार रुपयों की नगदी आरोपियों को देने के लिए कहा। योजनानुसार गठित की गई पुलिस टीम को भी तैनात किया गया।

पूछताछ के आधार पर नामजद आरोपी को किया काबू

Whatsapp Channel Join

मामले के बारे में जानकारी देते गुरुग्राम एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा आरोपियों को काबू करने के लिए बनाई गई योजना के परिणामस्वरूप पुलिस टीम द्वारा 32 माइलस्टोन के पास से नरेश को जबरन उगाही के 1 लाख 25 हजार रुपए लेते हुए काबू करने में सफलता हासिल की। काबू किए गए व्यक्ति की पूछताछ के आधार पर अन्य नामजद आरोपी राम सिंह को भी पुलिस टीम ने काबू कर लिया।

निगम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे

पुलिस टीम द्वारा काबू किए गए आरोपी के कब्जा से 1 लाख 25 हजार रुपयों की नगदी व 1 गाड़ी बरामद की गई। आरोपी से गहनता से पूछताछ करते हुए अन्य साथी आरोपियों को भी जल्दी ही काबू करके गिरफ्तार किया जाएगा। गौरतलब है कि तकरीबन 2 महीने से नगर निगम कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं।

शहर की सफाई का जिम्मा प्राइवेट कंपनी को सौंपा

हड़ताल के कारण पूरा शहर कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुका है, ऐसे में अब नगर निगम और जिला प्रशासन ने शहर की सफाई का जिम्मा प्राइवेट कंपनी को सौंपा है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक हड़ताल पर बैठे कर्मचारी प्राइवेट कंपनी के काम में बाधा भी डाल रहे थे। ऐसे में अब ये गिरफ्तारी क्या कुछ खुलासे करती है, देखने वाली बात जरूर होगी।