गुरुग्राम स्थित आईएमटी मानेसर से 45 वर्षीय व्यक्ति का अपहरण करने के बाद हत्या कर शव को तावड़ू के पहाड़ी इलाके में फेंककर फरार हुए तीन हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी क्राइम वरुण दहिया की माने तो थाना सिविल लाइन पुलिस की टीम ने ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाते हुए तीनों आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों की पहचान महेंद्रगढ़ के प्रदीप, दिल्ली के अक्षय और भिवानी के विनय के रूप में हुई है।
दरअसल आईएमटी मानेसर की एक निजी कंपनी में काम करने वाले 43 वर्षीय प्रवीण त्रिवेदी का पहले अपहरण किया गया, फिर उसे मौत के घाट उतारकर आरोपी फरार हो गए। एसीपी क्राइम वरुण दहिया की माने तो 9 अक्टूबर को सिविल लाइन थाने में पटेल नगर निवासी प्रवीण त्रिवेदी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन किया गया। तफ्तीश के दौरान टीम को मालूम चला कि प्रवीण त्रिवेदी के अकाउंट से रोज पैसे निकाले जा रहे हैं। जिस एटीएम से ये पैसे निकाले गए वहां हत्यारों की तस्वीरें कैमरे में कैद हो गईं। आरोपियों की पहचान करते हुए पुलिस ने दिल्ली के दिलीप विहार निवासी अंकित को हरिद्वार से गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की, तो उसने पूरी वारदात का खुलासा कर दिया।
लूट की हत्या के इरादे से किया अपहरण को अंजाम
एसीपी की माने तो लूट के बाद हत्या के इरादे से ही इस अपहरण को अंजाम दिया गया था। दरसअल, महेंद्रगढ़ निवासी प्रदीप, प्रवीण त्रिवेदी के साथ ही काम किया करता था। दोनों दोस्त थे और उसको शक था कि प्रवीण त्रिवेदी के बैंक अकाउंट में काफी पैसा जमा है, जिसके बाद उसने अपने 2 दोस्तों के साथ प्रवीण त्रिवेदी के अपहरण की योजना बनाई। 5 अक्टूबर की शाम छुट्टी के बाद योजनानुसार उसको बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए और रामपुरा गांव में किराए पर रह रहे अंकित के कमरे में बंद कर दिया।
मृतक के अकाउंट से आरोपियों ने खरीदी थी कार
फिर शुरू हुआ प्रवीण त्रिवेदी को टॉर्चर करने का सिलसिला। एसीपी ने बताया कि मृतक प्रवीण को मारने पीटने के अलावा कई दिन तक खाना भी नहीं दिया गया। मृतक के अकाउंट से निकाली साढ़े 3 लाख की रकम से आरोपियों ने एक सेकेंड हैंड वैगनआर भी खरीदी थी। अकाउंट खाली करने के बाद तीनों ने 9-10 अक्टूबर की दरमियानी रात को प्रवीण त्रिवेदी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। तावड़ू क्षेत्र के मोहम्मदपुर अहिर में शव फेंक कर फरार हो गए। हालांकि गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है, लेकिन पुलिस जांच में जुटी हुई है कि कहीं और बदमाश भी इस वारदात में शामिल तो नहीं थे।