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नारनौंद : खापों के सहयोग से युवा नेत्री सोनिया दुहन लड़ेगी संस्कृति बचाने की लड़ाई

राजनीति हरियाणा हिसार

प्रदेश की संस्कृति बचाने के लिए देश भर की खापों की महापंचायत कस्बे की दादा देवराज धर्मशाला में आयोजित की गई। महापंचायत में सर्व समिति से फैसला लिया गया कि एक गोत्र, एक गांव व गांव की सीमा के लगते गांव में शादी नहीं होनी चाहिए। जिसमें युवा नेत्री सोनिया दुहन प्रदेश की सभी पंचायत के सरपंचों से मैरिज एक्ट में कानून बदलाव को लेकर प्रस्ताव पास करवाएगी और पैदल यात्रा करके प्रदेश के मुख्यमंत्री को चंडीगढ़ में सौंपने का काम करेंगी। खाप पंचायतों की तरफ से सोनिया दुहन को पगड़ी भेंट की और सतरोल खाप की तरफ से रक्षा के लिए लठ (लाठी) भेंट किया गया। महापंचायत में सैंकड़ो खापों ने हिस्सा लिया।

युवा नेत्री सोनिया दुहन ने कहा कि आज हमारे प्रदेश की संस्कृति बदलती जा रही है। एक गांव या गोत्र में शादी की जा रही है। जिससे कि हमारे रिश्ते नातों में भी बदलाव हो रहा है। सरकार ने खापों को ऑनर किलिंग का आरोप लगाकर बदनाम करने का काम किया, ताकि वह हमारी नस्ल को बर्बाद कर सके, लेकिन आज प्रदेश की जनता जागरुक हो चुकी है। तीन कृषि कानून रद्द करवाने के बाद अब मैरिज एक्ट में बदलाव के लिए भी लड़ाई लड़कर अलग से कानून बनवाने होंगे। हमारे प्रदेश की संस्कृति जिंदा रखना होगा। आज विदेश में भी हरियाणवी खिलाड़ियों का डंका बज रहा है। हमें भविष्य में भी ऐसे ही हरियाणा का निर्माण करना होगा। एक गांव एक गोत्र या पड़ोसी गांव में शादी होने पर लड़का लड़की के परिजनों जो हाल होता है, वह बया नहीं कर सकते। यह हरियाणा के लोगों की लड़ाई है। सभी के साथ मिलकर इस लड़ाई को लड़ने का काम करूंगी।

हकों की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार

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उन्होंने कहा कि पहले हर पंचायत के पास जाकर उनका समर्थन पत्र लूंगी और उसके बाद यह प्रस्ताव पास करके खापों के साथ पैदल यात्रा करके प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रस्ताव सौंपने का काम किया जाएगा, ताकि वह प्रदेश की जनता की आवाज को सुनकर इन कानून में बदलाव कर सके, क्योंकि हमें आने वाली नस्लों को बचाना है। इस मुहिम में महिलाओं की अहम भागीदारी रहेगी। आज महिला अपने हकों की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं।

एक गांव, एक गोत्र व पड़ोसी गांव में शादी नहीं की जाएगी

सतरोल खाप के प्रधान दलबीर सिंह ने कहा कि प्रदेश की संस्कृति को बचाने के लिए इस लड़ाई की शुरुआत हमारी खाप की बेटी ने शुरू की है और हम उनके साथ हैं। खापों के बीच में सभी के समर्थन से यह भी फैसला लिया गया कि एक गांव, एक गोत्र व पड़ोसी गांव में शादी नहीं की जाएगी। खापें समाज को जोड़कर देश को आगे बढ़ने का काम करती हैं। ऑनर किलिंग के नाम पर खापों को साजिश के तहत बदनाम किया गया।

बेटी सोनिया के साथ मिलकर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार

महम चौबीसी के प्रतिनिधि रामफल राठी ने कहा कि सरकार कानून में बदलाव करके यह कानून बनाए कि एक गांव, एक गोत्र में शादी न करें, क्योंकि अब जो कानून है, उसमें कोई कहीं भी शादी कर सकता है। जिससे कि हमारी नस्ल खराब हो रही है। इस कानून को बनाने के लिए हम बेटी सोनिया दुहन के साथ मिलकर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।