राजस्थान के बीकानेर में रविवार को शहीद हुए Haryana के सोनीपत जिले के गांव कासंडा के रहने वाले आर्मी जवान दीपक का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पिता दलबीर ने मुखाग्नि दी। आर्मी जवान दीपक नासिक में पोस्टिंग के लिए जा रहे थे। नेशनल हाईवे-11 पर उनकी कार खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हो गया। दीपक की बीकानेर में मिलिट्री कैंप में ड्यूटी थी।
मिली जानकारी के अनुसार दीपक का एक साल का बेटा है। उनकी पत्नी प्रेग्नेट है। कुछ दिनों में उनका दूसरा बच्चा होने वाला है, लेकिन बच्चे के जन्म से पहले ही पिता की मौत हो गई है। दीपक के पिता दलबीर ने बताया कि बेटा हमें अकेला पूरी उम्र के लिए छोड़ कर चला गया। 7 साल पहले उसने आर्मी जॉइन की थी।
3 साल पहले हुई थी दीपक की शादी
करीब 3 साल पहले दीपक की शादी प्रीतमपुरा गांव में हुई थी। उनकी पत्नी को दूसरा बच्चा होने वाला था। पत्नी की डिलीवरी के लिए उसने हमें नासिक आने को कहा था।
दीपक अपनी पत्नी की डिलीवरी ड्यूटी क्षेत्र के अस्पताल में करवाना चाहते थे, ताकि बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें। अगले एक-दो दिन में उसका परिवार दीपक के पास जाने वाला था, लेकिन दीपक की अचानक दुर्घटना में मौत हो गई और सारे अरमानों पर पानी फिर गया।
टायर पंचर की दुकान चलाते हैं दीपक के पिता
दीपक के परिवार में उसके माता-पिता, पत्नी, एक बच्चे के अलावा भाई विक्की है। विक्की फ्रिज और AC ठीक करने का काम करता है। दोनों भाइयों की शादी प्रीतमपुरा में ही हो रखी है। पिता दलबीर गांव में टायर पंचर की दुकान चलाते हैं। परिवार में दीपक ही इकलौता ऐसा लड़के थे, जिनके पास सरकारी नौकरी थी।
नायब सूबेदार अमित सिंह ने बताया कि बड़ा दुख है कि साथी दीपक उनसे जुदा हो गए। दीपक कार में सवार होकर नासिक में पोस्टिंग के लिए जा रहे थे। दीपक 2018 में 24 फिल्ड रेजिमेंट में क्लर्क के तौर पर यूनिट में आए थे। वह बहुत ही हंसमुख थे। अपनी बहुत अच्छी ड्यूटी करते थे। हरियाणवी में बात कर सबका दिल जीत लेते थे।