हरियाणा के कैथल जिले में सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के अनावरण विवाद को लेकर राजपूत समाज ने बुधवार को महाकुंभ का आयोजन किया। जिसमें प्रदेश सहित अन्य जगहों से समाज के मुख्य नेता पूर्ण सिंह राणा, किसान नेता राज सिंह शेखावत, राष्ट्रीय अध्यक्ष क्षत्रिय सेना गुजरात संगीता सिंह, महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष क्षत्रिय करणी सेना राणा परीक्षित सोलंकी पहुंचे।
इस दौरान करीब 3 घंटे चले कार्यक्रम के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नेताओं का विरोध करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कर्नल देवेंद्र राणा ने बताया कि महाकुंभ में भाजपा नेताओं के विरोध का निर्णय लिया गया है। राजपूत बाहुल्य गांव में भाजपा के किसी भी नेता को एंट्री नहीं दी जाएगी। कार्यक्रम समाप्ति के बाद क्षत्रिय स्वाभिमान यात्रा भी निकाली गई। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य वक्ताओं ने भाजपा सरकार पर राजपूत समाज का इतिहास छीनने का आरोप लगाया। कहा कि यदि समाज भाजपा सरकार बना सकता है, तो इसे हटा भी सकता है। केवल एक उंगली से बटन दबाने से सरकार को चलता करना होगा।
विधायक के कहने पर समाज पर चलाई लाठी : पूर्ण सिंह
भाकियू के यूपी अध्यक्ष पूर्ण सिंह ने कहा कि एक समाज राजपूत समाज के इतिहास को चुराने का काम कर रहा है। राजपूत समाज के लोग निहत्थों पर वार नहीं करते। एक सांसद और एक विधायक के कहने पर समाज पर लाठी चलाई गई। यदि सरकार ने महापुरुषों का सम्मान नहीं किया तो देश में एक भी वोट भाजपा को नहीं दिया जाएगा।
ऐसा प्रकरण आगे भी हो सकता है : शेर सिंह
शेर सिंह राणा ने कहा कि कैथल में कोई पहला या आखिरी प्रकरण नहीं हुआ। ऐसा प्रकरण आगे भी हो सकता है। ऐसे में इस समस्या का हल होना जरूरी है। इसका हल करना ही होगा। गुरदीप राणा ने कहा कि हनुमान जी के आशीर्वाद से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। राजपूत समाज के लोग अपनी शक्ति भूल गए थे, इस कार्यक्रम से शक्ति याद आएगी। समाज के लोग अनुशासन में चलते हैं।
कैथल में समाज को बेइज्जत किया
कार्यक्रम संयोजक समिति के सदस्य शलिन्दर राणा ने कहा कि हरियाणा में 12 प्रतिशत राजपूत समाज के लोग हैं, लेकिन दूसरा समाज केवल 2 प्रतिशत है। कैथल में समाज को बेइज्जत किया। फिर समाज के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया। कार्यक्रम सेक्टर-19 के हुड्डा मैदान में हुआ। अध्यक्षता कर्नल वीर देवेंद्र सिंह व शेर सिंह राणा ने की। कार्यक्रम में किसान नेता पूर्ण सिंह, सुखदेव सिंह गोगा माड़ी, महीपाल सिंह मकराणा, करणी सेना के अध्यक्ष बीर प्रताप सिंह राणा, विनोद राणा थंबड़, राज शेखावत गुजरात सहित समाज के अन्य नेता भी पहुंचे।
प्रतिमा के आगे लिखा गया था गुर्जर शब्द
समाज के नेता शलिंद्र राणा ने कहा कि कार्यक्रम के बाद क्षत्रिय स्वाभिमान यात्रा भी निकाली गई। राजपूत समाज के कार्यक्रम को लेकर जिला पुलिस प्रशासन ने भी पूरी तैयारी की। इसके तहत कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को कुरुक्षेत्र रोड से एंट्री नहीं दी गई। बता दें कि कैथल में कुरुक्षेत्र बाइपास पर गत 20 जुलाई को सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द लिखा गया था। इसके बाद से राजपूत समाज के लोगों में रोष है। हालांकि अब इस शब्द को टेप लगाकर हटा तो दिया, लेकिन समाज के लोग अभी भी इसका विरोध कर रहे हैं।